नयी दिल्ली : पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के परिणाम के बाद भाजपा में एक बार फिर खुशी की लहर दौड़ पड़ी है. इस खुशी का मुख्य कारण है कि नॉर्थ इस्ट के राज्यों में पहली बार भाजपा को किसी राज्य में सत्ता सुख मिला है. कांग्रेस के हाथ से सत्ता छिनकर भाजपा ने यह साबित कर दिया है कि जनता के बीच नरेंद्र मोदी का जादू अभी भी बरकरार है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस जीत के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई दी है लेकिन इस जीत के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की भूमिका को नहीं भूला जा सकता है.
अमित शाह ने असम में ऐसी रणनीति बनाई और दांव खेला जिसके सामने कांग्रेस के सारे दांव फिके पड़ गए. 2014 में दिल्ली की सत्ता में भाजपा को काबिज करवाने में अहम भूमिका निभाने वाले शाह को उसी वर्ष पार्टी अध्यक्ष की कमान सौंपी गई जिसपर वे खरे भी उतर रहे हैं. लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी शाह को दी गई थी. यहां की 80 सीट में से 73 सीट पर उन्होंने पार्टी का झंडा फहराया जिसके बाद वे राष्ट्रीय राजनीति में तेजी से ऊभरे और पार्टी को आगे बढाने की जिम्मेदारी संभाली.
भाजपा अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिलने के बाद 11 राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए जिनमें से पांच राज्यों में भाजपा की सरकार बनवाने में उन्हें सफलता मिली. झारखंड, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, बिहार, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और पुदुच्चेरी में उनकी अध्यक्षता में पार्टी ने चुनाव लड़ा जिसमें पार्टी ने झारखंड, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र और अब असम में सरकार बनायी. इन राज्यों में महाराष्ट्र और असम की जीत को अहम माना जा सकता है जबकि बिहार और दिल्ली में पार्टी के हार के बाद उनको आलोचना का शिकार भी होना पड़ा था.
दक्षिण भारत के राज्यों में भाजपा को वैसी सफलता नहीं मिली जैसी उम्मीद पार्टी को थी हालांकि केरल में भाजपा को एक सीट मिलती नजर आ रही है. असम में भारी जीत का श्रेय अमित शाह ने कार्यकर्ताओं को दिया है. उन्होंने कहा है कि पार्टी कार्यकर्ताओं के अथक प्रयासों और योगदान ने केरल, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में पार्टी का जनाधार मजबूत किया है.यदि पांच राज्यों में हुए चुनाव के परिणाम पर नजर डालें तो बंगाल में 10.3 प्रतिशत, केरल में 10.7 प्रतिशत, पुदुच्चेरी में 2 प्रतिशत, तमिलनाडु में 2.7 प्रतिशत और असम में 29.5 प्रतिशत भाजपा को वोट मिले हैं जिसे पहले की तुलना में बेहतर माना जा सकता है.