जलपाईगुड़ी. डुवार्स स्थित डंकन्स ग्रुप के नागेश्वरी चाय बागान के श्रमिक एक बार फिर आंदोलन पर उतर चुके हैं. बकाये के तत्काल भुगतान की मांग को लेकर बागान श्रमिक बुधवार से 48 घंटे के लिये हड़ताल पर चले गये. आंदोलन का आगाज वाम, कांग्रेस और तृणमूल चाय श्रमिक यूनियनों ने संयुक्त रूप से किया है. बागान प्रबंधन का आरोप है कि श्रमिकों के आंदोलन की वजह से 10 से 15 हजार किलो पत्ती बागान में ही पड़ा हुआ है.
बुधवार की सुबह सात बजे से श्रमिकों ने बागान में विरोध प्रदर्शन के साथ ही हड़ताल शुरू कर दिया. श्रमिकों ने माल महकमा प्रशासन को 48 घंटे के हड़ताल की लिखित जानकारी भी दी है. मेटली ब्लॉक में स्थित नागेश्वरी चाय बागान करीब डेढ वर्षों से बंद था़ उसके बाद 27 मार्च से बागान को खोला गया. बागान के सीटू नेता चामू उरांव ने बताया वर्ष 2014 से अब तक श्रमिकों का पीएफ करीब ढाई करोड़ रूपया, ग्रेच्युटी के 68 लाख रूपये बकाया है.
राशन मद में भी कोइ भुगतान नहीं हुआ है. श्रमिकों का कहना है कि 48 घंटे के भीतर मांग पूरी नहीं होने पर वहलोग और भी बड़ा आंदोलन करेंगे. नागेश्वरी चाय बागान के तराई-डुआर्स टी प्लांटेशन वर्कर्स यूनियन के नेता रवी उरांव ने बताया कि राज्य सरकार ने डंकन्स के विरूद्ध सीआईडी जांच शुरू की है. इससे श्रमिकों को कोइ फायदा नहीं हुआ है. दिन प्रतिदिन बकाया बढ़ता जा रहा है. आंदोलन को छोड़कर अन्य कोई रास्ता नहीं है.
कांग्रेस समर्थित श्रमिक यूनियन इंटक के लक्ष्मण उरांव ने बताया कि बागान प्रबंधन के पास श्रमिकों का काफी बकाया है. बकाये की मांग पर आंदोलन का निर्णय लिया गया है. इधर, नागेश्वरी चाय बागान के प्रबंधक चंद्र प्रकाश कपूर ने आरोप लगाते हुए कहा कि कच्चे पत्ते को भी बाहर नहीं भेजने दिया जा रहा है. इसकी वजह से 10 से 15 हजार किलो पत्ता बागान में नष्ट हो रहा है. कच्चे पत्ते नहीं बिकेंगे तो श्रमिकों को पैसे देने में परेशानी होगी़.