नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को एनपीए के लिए ज्यादा पूंजी प्रावधान के कारण 31 मार्च 2016 को समाप्त चौथी तिमाही के दौरान 5,367.14 करोड रुपये का शुद्ध घाटा हुआ. बैंकिंग सेक्टर में यह अबतक का सबसे बड़ा घाटा है. पीएनबी को पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 306.56 करोड रुपये का मुनाफा हुआ था. समीक्षाधीन अवधि में कंपनी की कुल आय 1.33 प्रतिशत घटकर 13,276.19 करोड रुपये रही जो 2014-15 की चौथी तिमाही में 13,455.65 करोड रुपये थी.
वसूली न किए जा सकने वाले ऋण (एनपीए) के लिए पूंजी-प्रावधान के कारण 2015-16 की चौथी तिमाही के दौरान लगभग तिगुना बढकर 10,485.23 करोड रुपये हो गया जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 3,834.19 करोड रुपये था. मार्च के अंत तक सकल एनपीए बढकर 12.90 प्रतिशत हो गया जो पिछले साल की इसी अवधि में 6.55 प्रतिशत था. शुद्ध एनपीए भी बढकर 8.61 प्रतिशत हो गया जो 2015-16 की चौथी तिमाही में 4.06 प्रतिशत था.
पूरे वित्त वर्ष 2015-16 के दौरान पीएनबी को 3,974.39 करोड रुपये का शुद्ध नुकसान हुआ जबकि बैंक को पिछले वित्त वर्ष के दौरान 3,061.58 करोड रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था. वित्त वर्ष 2015-16 के दौरान बैंक की कुल आय बढकर 54,301.37 करोड रुपये हो गई जो पिछले वित्त वर्ष के दौरान 52,206.09 करोड रुपये थी.
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