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बांका-देवघर रेलखंड : 16 मई से हो सकता है ट्रेनों का परिचालन

कटोरिया : सुल्तानगंज-देवघर रेल परियोजना के तहत बांका व चांदन के बीच करीब 40.60 किलोमीटर रेल लाइन पर रेल का सफर शुरू करने की सारी तैयारियां पूरी कर ली गयी है. संभावना व्यक्त की जा रही है कि बांका-देवघर रेलखंड पर भाया कटोरिया आगामी 16 मई से हरी झंडी दिखाकर रेलयात्रा का शुभारंभ कर दिया […]

कटोरिया : सुल्तानगंज-देवघर रेल परियोजना के तहत बांका व चांदन के बीच करीब 40.60 किलोमीटर रेल लाइन पर रेल का सफर शुरू करने की सारी तैयारियां पूरी कर ली गयी है. संभावना व्यक्त की जा रही है कि बांका-देवघर रेलखंड पर भाया कटोरिया आगामी 16 मई से हरी झंडी दिखाकर रेलयात्रा का शुभारंभ कर दिया जायेगा.

इससे ठीक एक दिन पहले रेलवे के वरीय अधिकारियों द्वारा एनआइ (नन-इंटरलॉक) ड्राइव किया जायेगा. वैसे तो अब तक इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गयी है. लेकिन 15 मई को होने वाले एनआइ को लेकर छिटपुट रूप से बचे कार्यों को निबटाने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. रेलवे द्वारा आसनसोल व मालदा डिवीजन के बीच सीमांकन का कार्य भी पूरा कर लिया गया है. जसीडीह से लेकर बांका स्टेशन के ठीक पहले तक की रेल लाइन को आसनसोल डिवीजन में रखा गया है.

जबकि बांका स्टेशन समेत भागलपुर की ओर की रेल लाइन को मालदा डिवीजन के अंतर्गत शामिल किया गया है. ज्ञात हो कि देवघर से चांदन तक रेल का परिचालन पिछले तीन सालों से जारी है. भागलपुर टू बाबाधाम भाया बांका-कटोरिया का का सफर शुरू होने की तिथि नजदीक आने से क्षेत्र के लोगों में काफी हर्ष का माहौल है. यहां रेल की सीटी बजने का एकमात्र श्रेय पूर्व केंद्रीय रेलराज्य मंत्री दिग्विजय सिंह को ही जाता है.

दो माह पहले हुआ था सीआरएस
रेलवे सुरक्षा आयोग की टीम द्वारा गत 8 व 9 मार्च 2016 को देवघर-बांका रेलखंड पर चांदन से लेकर कटोरिया होते हुए बांका तक रेल लाइन की सीआरएस जांच हुई थी. आसनसोल डिवीजन के सीआरएस पीके आचार्य के नेतृत्व में रेल अधिकारियों की टीम ने रेलवे सेफ्टी की जांच की थी. सीआरएस की रिपोर्ट संतोषजनक पाये जाने के बाद रेल मंत्रालय द्वारा रेल परिचालन शुरू करने की अनुमति भी दे दी गयी है. इसके लिए तिथि का निर्धारण कर सभी तैयारियों को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है. संभावना है कि चांदन के बाद के सभी स्टेशन व हॉल्ट पर रेल अधिकारियों व कर्मियों की पोस्टिंग भी शीघ्र कर दी जायेगी.
स्टेशन पर सभी तैयारी हो चुकी है पूरी: चांदन से बांका के बीच भलुआ हॉल्ट, कटोरिया स्टेशन, करझौंसा स्टेशन आदि जगहों पर रेलवे द्वारा सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है. कटोरिया स्टेशन पर स्टेशन मास्टर चैंबर, बुकिंग रूम, वेटिंग हॉल, रिले रूम, एएसएम पैनल रूम, बैटरी रूम, ओएफसी रूम, आइपीएस डाटा लॉगर रूम आदि में प्रबंधन की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. कटोरिया स्टेशन पर तीन टिकट काउंटर बनाये गये हैं.
325 करोड़ की है परियोजना: चांदन टू देवघर न्यू बीजी लाइन सुल्तानगंज-देवघर रेल परियोजना का ही पार्ट है. जिसकी स्वीकृति वर्ष 2000-2001 ई में मिली थी. चांदन से बांका के बीच रेल लाइन प्रोजेक्ट कोस्ट लगभग 325 करोड़ है. रेलवे के मालदा डिवीजन व आसनसोल डिवीजन को जोड़ने वाला यह महत्वपूर्ण रेलखंड है.
विकास की पटरी पर दौड़ने लगेगा कटोरिया: बिहार के सबसे पिछड़ा जिला बांका के सबसे पिछड़ा प्रखंड कटोरिया के भी रेलवे के मानचित्र में शामिल होने के साथ ही यह विकास की पटरी पर सरपट दौड़ने लगेगा. पठारी व जंगली क्षेत्र में रेल परिचालन शुरू हो जाने से जहां एक ओर पूर्व रेल राज्य मंत्री एवं बांका के पूर्व सांसद स्व. दिग्विजय सिंह का सपना साकार होगा,
वहीं दूसरी ओर क्षेत्र के विकास को भी जैसे पंख लग जायेंगे. क्षेत्र के व्यवसायियों को व्यवसाय में प्रगति हेतु रेल सेवा का लाभ मिलने से काफी सहुलियत होगी. व्यापार को लेकर कई मंडियों से संपर्क व कारोबार बढ़ाने में भी सुविधा होगी. देश के विभिन्न महानगरों मे रहने वाले लोगों, मजदूरों व नौकरी करने वालों के लिए भी अपने घर से आने-जाने में रेलवे की सुविधा नजदीक में ही मिलने लगेगी. इससे पहले क्षेत्र के लोग जसीडीह, देवघर, सिमुलतला, बांका, सुल्तानगंज आदि स्टेशन पहुंच कर आगे का सफर शुरू करते रहे हैं.

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