स्थायी बाइपास. विभागीय प्रयोगशाला में होगी जांच, रिपोर्ट निगेटिव पर होगी कार्रवाई
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उड़नदस्ता की टीम ने की जांच,सैंपल लिया
स्थायी बाइपास. विभागीय प्रयोगशाला में होगी जांच, रिपोर्ट निगेटिव पर होगी कार्रवाई सैंपल की जांच पटना के विभागीय प्रयोगशाला में होगी. जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी, तो संबंधित एजेंसी सहित विभागीय इंजीनियरों पर कार्रवाई होगी. इसमें वैसे इंजीनियर नपेंगे, जिसे निर्माण कार्य के दौरान मॉनीटरिंग के लिए लगाया गया है. भागलपुर : पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी […]
सैंपल की जांच पटना के विभागीय प्रयोगशाला में होगी. जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी, तो संबंधित एजेंसी सहित विभागीय इंजीनियरों पर कार्रवाई होगी. इसमें वैसे इंजीनियर नपेंगे, जिसे निर्माण कार्य के दौरान मॉनीटरिंग के लिए लगाया गया है.
भागलपुर : पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव को मिली शिकायत पर नेशनल हाइवे की उड़नदस्ता टीम ने गुरुवार को स्थायी बाइपास की जांच की. कार्य की गुणवत्ता को परखने के लिए जगह-जगह मिट्टी सहित सामग्री के सैंपल लिये. सैंपल की जांच पटना के विभागीय प्रयोगशाला में होगी. जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी, तो संबंधित एजेंसी सहित विभागीय इंजीनियरों पर कार्रवाई होगी. इसमें वैसे इंजीनियर नपेंगे, जिसे निर्माण कार्य के दौरान मॉनीटरिंग के लिए लगाया गया है.
उड़नदस्ता टीम में पटना के सहायक अभियंता और टेक्नीकल इंजीनियर थे. पथ निर्माण विभाग के ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीच्यूट के डायरेक्टर (ट्रेनिंग) सह प्रभारी सुपरिटेंडेंट इंजीनियर अमीर हसन की उपस्थिति में उड़नदस्ता टीम ने जांच की है. उड़नदस्ता टीम गुरुवार को दोपहर लगभग तीन बजे स्थायी बाइपास की जांच के लिए पहुंची थी. जांचोपरांत टीम सुलतानगंज आइबी लौट गयी. उड़नदस्ता टीम पुन: शुक्रवार को स्थायी बाइपास की जांच के लिए पहुंचेंगी और जांच की कार्रवाई पूरी करेगी.
जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट को मिला निर्माण का कार्य में तेजी लाने का निर्देश. पथ निर्माण विभाग के ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीच्यूट के डायरेक्टर (ट्रेनिंग) अमीर हसन को सुपरिटेंडेंट इंजीनियर का प्रभार मिलने के बाद वह पहली बार गुरुवार को भागलपुर पहुंचे और उड़नदस्ता टीम के साथ बाइपास का निरीक्षण किया. इस दौरान वह जीरोमाइल से दोगच्छी तक गये. उन्होंने देखा कि कहां पर मिट्टी का वर्क हो रहा है, तो कहां अलकतरा की सड़क बनाने की तैयारी चल रही है. उन्होंने कार्य एजेंसी जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर सहित अन्य अधिकारी व सुपरवाइजर से मिले और उन्हें निर्देशित किया कि निर्धारित समय पर काम पूरा करना है. कार्य की प्रगति तेज करनी होगी.
डायरेक्टर सह सुपरिटेंडेंट इंजीनियर ने बताया कि बाइपास निर्माण की सभी बाधाएं दूर की जायेगी. कंसल्टेंट अथोरिटी से संपर्क बनाये हुए हैं. अब तब जीरोमाइल के नजदीक बाइपास के अलाइनमेंट के 150 मीटर में जमीन अधिग्रहण नहीं हो सका है. अलाइनमेंट से बिजली पोल और तार शिफ्टिंग का काम शुरू नहीं हो सका है. बाइपास का निर्माण बिजली पोल की जगह को छोड़ किया जा रहा है. बाइपास के लिए मिट्टी नहीं मिल रही है, जो निर्माण में बाधक बनी है.
मंत्री ने विधायकों की शिकायत पर करायी जांच. बुधवार को कहलगांव विधायक सदानंद सिंह, नाथनगर विधायक अजय मंडल व पीरपैंती विधायक रामविलास पासवान ने संयुक्त रूप से पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव से मिले थे. विधायकों ने सड़क को लेकर अन्य समस्याओं के साथ स्थायी बाइपास का भी मुद्दा उठाया था. नाथनगर विधायक ने कहा था कि स्थायी बाइपास के निर्माण में गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा जा रहा है. इसको लेकर जांच करायी जाये. मंत्री ने विधायकों की शिकायत पर संज्ञान लिया और उड़नदस्ता की टीम को जांच के लिए भेजा है.
बिना इंजीनियरों की मॉनीटरिंग के चल रहा बाइपास का काम. लगभग 230.70 करोड़ की लागत से बनने वाली स्थायी बाइपास गुणवत्तापूर्ण बन रही है या नहीं, यह देखने वाला कोई नहीं है. बिना इंजीनियरों की उपस्थिति में काम चल रहा है. नेशनल हाइवे के इंजीनियर किसी न किसी कार्य के बहाने निर्माण कार्य के दौरान अनुपस्थित रहते हैं. इस तरह की शिकायत विधायक स्तर से भी हुई है. बाइपास निर्माण की मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी प्रभारी कार्यपालक अभियंता विनय कुमार, सहायक अभियंता अजय पांडेय व कनीय अभियंता सुधीर कुमार की है. अगर इंजीनियर स्तर से ही मॉनीटरिंग में लापरवाही बरती जायेगी,
तो गुणवत्तापूर्ण कार्य और निर्धारित समय पर पूरा होने की अपेक्षा कैसे की जा सकती है. डीएम आदेश तितरमारे जब बाइपास का निरीक्षण करने गये थे, तो निर्माण का निर्धारित समय दो साल रहने के बावजूद उन्होंने निर्देशित किया था कि एक साल आठ माह में निर्माण कार्य पूरा करें. स्थायी बाइपास का निर्माण कार्य की प्रगति केवल कहने को तेज है. वास्तविकता यह है कि अबतक मिट्टी का काम भी पूरा नहीं हो सका है. निर्माण शुरू हुए छह माह पूरा हो चुका है. 10 नंबर 2015 से निर्माण शुरू हुआ है.
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