नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विश्वविद्यालय के उपकुलपति को पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री से संबंधित दस्तावेज सार्वजनिक करने की मांग की है. केजरीवाल ने दस्तावेजों की हिफाजत के लिए भी उचित कदम उठाने की मांग की है. केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठाया था. तब गुजरात विश्वविद्यालय ने दस्तावेज सार्वजनिक किये थे जिसमें नरेंद्र मोदी विश्वविद्यालय के बाहरी छात्र के तौर पर 62.3 फीसदी अंक के साथ उत्तीर्ण हुए थे.
My letter to VC, DU on the issue of PM's degree pic.twitter.com/EYZYZZXdFa
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 5, 2016
केंद्रीय सूचना आयोग द्वारा गुजरात विश्वविद्यालय को निर्देश दिया गया था कि डिग्री से संबंधित सूचना वह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मुहैया कराए जिन्होंने हाल में सीआईसी की पारदर्शिता को लेकर आलोचना की थी. गुजरात विश्वविद्यालय के कुलपति एम एन पटेल ने कहा था, ‘नरेन्द्र दामोदरदास मोदी ने 1983 में राजनीति विज्ञान में एमए की परीक्षा पास की और बाहरी छात्र के तौर पर 800 में से 499 अंक हासिल किए जो 62.3 फीसदी है.’
केजरीवाल के पत्र पर कार्रवाई करते हुए सीआईसी ने दिल्ली विश्वविद्यालय और गुजरात विश्वविद्यालय से कहा था कि ‘नरेन्द्र दामोदरदास मोदी के नाम से 1978 में डीयू से स्नातक और 1983 में जीयू से एमए की डिग्री को खोजें और आवेदक केजरीवाल को यथाशीघ्र मुहैया कराएं.’ आज केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘दिल्ली यूनिवर्सिटी ने पीएम की डिग्री से जुड़े रिकॉर्ड दिखाने से मना कर दिया है. क्यों? मेरी जानकारी है कि उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से कोई बीए नहीं की है. यूनिवर्सिटी के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है. कुछ अखबारों में छपी पीएम की डिग्री फर्जी है.’
इसके बाद केजरीवाल ने एक पत्र लिखकर पीएम की डिग्री सार्वजनिक करने की मांग की है. केजरीवाल ने पत्र में लिखा है कि कहा जा रहा है कि पीएम ने दिल्ली विश्वविद्यालय से कोई डिग्री प्राप्त नहीं की है. सूत्रों के मुताबिक दिल्ली विश्वविद्यालय के रिकार्ड में नाही उनका एडमिशन फार्म है और नाही मार्कशीट है.
केजरीवाल ने लिखा है कि अंग्रेजी के एक अखबार के अनुसार प्रधानमंत्री की डिग्री सुरक्षित नहीं है और कोई भी एक्सिडेंट हो सकता है. इससे एक शक पैदा होता है कि क्या अब एक्सिडेंट करवाने की तैयारी की जा रही है और इसके लिए भूमिका बनायी जा रही है. केजरीवाल ने लिखा है कि आपसे निवेदन है कि दस्तावेजों की हिफाजत के लिए उचित कदम उठाएं. बेहतर होगा तुरंत सभी दस्तावेज वेबसाइट पर अपलोड कर दिये जाएं.