बिहारशरीफ/एकंगरसराय:बिहारमें नालंदा से अपहृत छात्र की हत्या जहानाबाद में कर दी गयी. पुलिस ने उसके शव को जहानाबाद जिले के कोयरी बिगहा गांव के पंचायत भवन की छत से बुधवार को बरामद किया. छात्र एकंगरसराय के राइस मील मालिक निरंजन प्रसाद का पुत्र ऋतिक राज था. घटना को अंजाम देने से पूर्व उसके दोनों हाथ-पैर बांध दिये गये थे. मुंह में कपड़ा डाल गला दबा कर उसकी हत्या किये जाने की बात बतायी जा रही है. डीआइजी शालीन ने कहा कि घटना में संलिप्त सभी अारोपितों का स्पीडी ट्रायल कराया जायेगा.
जानकारी के मुताबिक नवम वर्ग का छात्र रहा ऋतिक का अपहरण एक मई की सुबह क्रिकेट खेलने जाने के दौरान कर लिया गया था. नालंदा पुलिस ने छात्र के अपहरण व हत्या के मामले में अभी तक दो युवकों को गिरफ्तार किया है, जबकि इस मामले का मुख्य आरोपित आशीष रंजन अभी तक फरार है. गिरफ्तार युवकों में गुरु कोचिंग क्लासेज का संचालक कुंदन कुमार और इसी कोचिंग में पढ़ने वाला दीपु कुमार शामिल है. इन्हीं दोनों की निशानदेही पर जहानाबाद से अपहृत छात्र के शव को बरामद किया गया है.
हालांकि मुख्य आरोपित आशीष मंगलवार को एकंगरसराय थाने से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था. छात्र की मौत की खबर मिलते ही पूरा एकंगरसराय बाजार उबाल पर आ गया. उग्र लोग रोड़ेबाजी पर उतारू हो गये. रोड़ेबाजी में तीन थानाध्यक्ष सहित एक निजी चैनल के पत्रकार घायल हो गये. विधि-व्यवस्था को नियंत्रित करने में जुटी नालंदा पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए एक चक्र आंसू गैस के गोले का भी प्रयोग करना पड़ा.
बुधवार की सुबह करीब दस बजे छात्र के शव के एकंगरसराय पहुंचते ही लोग और उग्र हो गये. पूर्व से मौजूद पुलिस बल द्वारा स्थिति को पूरी तरह नियंत्रित कर शव को भारी सुरक्षा के बीच उसके घर तक लाया गया. छात्र के अपहरण के पीछे की सच्चाई की जानकारी नहीं होने की बात पुलिस के आलाधिकारी बता रहे हैं.
पटना प्रक्षेत्र पटना के डीआइजी ने बुधवार को फोन पर बताया कि यह घटना मूल रूप से अपहरण से जुड़ा है. जिन अपराधियों ने छात्र को किडनैप किया था, उन्हीं में से एक ने छात्र के पिता के मोबाइल पर पुत्र के अपहरण होने की खबर दी थी. अपराधियों ने मोबाइल फोन पर फिरौती की मांग नहीं की थी. अपराधियों ने घटना की सूचना पुलिस को नहीं देने से संबंधित धमकी भी दी थी.