इस साल भी साइंस, कामर्स और कंला संकाय के हजारों छात्रों का रिजल्ट पेंडिंग हैं. टीआर की गड़बड़ी से पेंडिंग की समस्या आ रही है. प्रतिदिन सैकड़ों छात्र रिजल्ट पेंडिंग के सुधार के लिए आवेदन भी दे रहे है, लेकिन उनके आवेदनों पर विवि की नजर नहीं पड़ रही है. जबकि इसे लेकर राजभवन तक विवि की शिकायत भी हुई थी. शिकायत के बाद विवि ने पेंडिंग की समस्या को सुलझाने के लिए कागजों में रणनीति भी तैयार कर ली. विवि सूत्रों की मानें तो करीब स्नातक पार्ट टू में 70 प्रतिशत छात्रों के रिजल्ट अभी भी पेंडिंग हैं.
बीआरए बिहार विवि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रही है. यही वजह है कि कॉपियों की जांच में भी गड़बड़ी आ रही है. पीजी सहित स्नातक में दो दर्जन से अधिक काॅपियों की जांच सही तरीके से नहीं हुई है. इसकी शिकायत भी कुछ दिनों पहले छात्र-छात्राओं ने कुलपति से की है. इस पर विवि ने सख्त कदम उठाने की बात करते हुए शिक्षकों से स्पष्टीकरण व भुगतान पर रोक लगाने की बात कही है. इसके बाद भी सिस्टम में सुधार नहीं हो रहा है.