जांच व कार्रवाई से बचने के लिए सदर अस्पताल अस्पतालकर्मियों ने ग्लूकोज को जमीन
पर बहाया
औरंगाबाद (नगर) : सरकारी अस्पतालों में पहुंचनेवाले मरीजों को सही उपचार व आसानी से नि:शुल्क दवाएं उपलब्ध हों, इस पर सरकार की विशेष नजर है. इसके लिए करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य कर्मचारियों की लापरवाही से इसका लाभ जरूरतमंदों को नहीं मिल पा रहा है.
अस्पतालों में उपलब्ध करायी गयी दवाएं एक्सपायर हो जा रही हैं. कुछ ऐसा ही मामला मंगलवार को सदर अस्पताल में देखने को मिला. एनएस ग्लूकोज समय पर उपयोग नहीं होने के कारण एक्सपायर हो गयीं. जांच व कार्रवाई से बचने के लिए अस्पातलकर्मियों ने उसे जमीन पर बहा दिया. इसके बाद ग्लूकोज की खाली बोतलों को डायग्नोस्टिक भवन के सीढ़ियों के नीचे छिपा कर रख दिया.
मीडियाकर्मियों के अस्पताल पहुंचने की सूचना पर सदर अस्पताल के कर्मचारी ग्लूकोज की खाली बोतलें हटाने लगे.
एनएस स्लाइन के एक्सपायर होने व बिना वरीय अधिकारी की अनुमति से उन्हें बहाने के बारे में जब सदर अस्पताल के प्रबंधक हेमंत राजन से पूछा गया तो उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर की और कोई जवाब नहीं दे सके. लेकिन, जिस जगह पर स्लाइन को बहाया गया था और जहां पर खाली बोतलें रखी गयी थीं, उन जगहों की जांच करने के बाद सच्चाई सामने आ गयी.
इस संबंध में अस्पताल के उपाधीक्षक डाॅ राजकुमार प्रसाद भी कुछ भी बोलने से इनकार कर गये. इधर, सिविल सर्जन डाॅ आरपी सिंह ने बताया कि इसकी जांच की जायेगी. इसके बाद ही कुछ बता सकेंगे. मामला चाहे जो भी हो. यदि एक्सपायर होने से पहले एनएस ग्लूकोज को मरीजों को चढ़ा दी जाती, तो उन्हें कुछ फायदा भी होता, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. ग्लूकोज को स्टोर में रखे-रखे एक्सपायर कर दिया गया.