मुंगेर : मजदूर दिवस पर रविवार को आइटीसी कामगारों की आमसभा आयोजित की गयी. उसकी अध्यक्षता टीएम वर्क्स यूनियन के अध्यक्ष प्रो. अजफर शमसी ने की. उन्होंने मजदूरों को एकता का पाठ पढ़ाया. प्रो. शमसी ने कहा कि राष्ट्र के नवनिर्माण एवं विकास में श्रमिकों की अहम भूमिका है. बिहार में 95 प्रतिशत मजदूर हैं जिनकी मेहनत एवं परिश्रम से ही राज्य आगे बढ़ सकता है.
बिहार के श्रमिक जगत को राजनेताओं ने अपने हाथ की कठपुतली बना रखा है. ट्रेड यूनियन या तो राजनीति के चेरी हैं या प्रदत्त विषम परिस्थितियों में यह मान लेने को बाध्य है कि उनके जीवन का लक्ष्य केवल रोटी, कपड़ा और मकान प्राप्त कर लेना है. उन्होंने कहा कि देश के आधुनिकीकरण के लिए श्रमिकों को पश्चिमीकरण आवश्यक नहीं है. समता नहीं ममता के आधार पर देश के न्यूनतम और अधिकतम आय का अनुपात 1.10 होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि बिहार की महागठबंधन सरकार मजदूर विरोधी है. श्रम नियमों की धज्जियां उड़ रही है. ठेका मजदूर, पत्थर तोड़ मजदूर एवं बालू मजदूर भुखमरी के कगार है. व्यापक पैमाने पर प्रदेश से मजदूरों का पलायन हो रहा है. उन्होंने आइटीसी कामगारों को आश्वस्त किया कि उनका दीर्घकालीन समझौता सम्मानजनक ढंग से संपन्न होगा. मौके पर रविंद्र यादव, मो. आफताब, शाहब मल्लिक सहित दर्जनों आइटीसी कर्मी मौजूद थे.