वह अपने पति का इलाज डाॅ पीके चौधरी से कराने के लिए रांची आयी थी. गुरुवार को जब वह स्टेशन पहुंची, तो बनारस इंटरसिटी एक्सप्रेस जा चुकी थी. इस कारण वह स्टेशन पर ही रुक गयी और प्लेटफार्म संख्या एक पर ही दोनों आराम करने लगे.
रात 1.45 बजे जब उसकी नींद टूटी, तो पति को अपने पास नहीं देखा. वह इधर-उधर अपने पति को खोजने लगी. अचानक देखा कि प्लेटफार्म संख्या दो पर उसके पति की लाश पड़ी हुई है. आसपास के लोगों ने बताया कि धीरेंद्र मालगाड़ी के सामने कूद गये, जिस कारण उनकी मौत हो गयी. कमला तिवारी ने बताया कि पति मानसिक रूप से बीमार थे.