उत्तर कोरिया में दो मध्यम रेंज मिसाइलों के परीक्षण के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद इसपर प्रतिक्रिया देने की तैयारी कर रहा है.
ये दोनों परीक्षण गुरुवार को किए गए. इसी तरह के 15 अप्रैल को भी किए गए थे.
हालांकि जानकारों का मानना है कि परीक्षण असफल रहे हैं लेकिन संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता का कहना है कि ये परीक्षण प्रतिबंधों का उल्लंघन करते हैं जो चिंता का विषय है.
हाल में उत्तर कोरिया में हथियारों से जुड़ी गतिविधियों में तेज़ी देखी गई है.
ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि उत्तर कोरिया पांचवे परमाणु परीक्षण की योजना बना रहा है जबकि जनवरी में किए गए ऐसे एक परीक्षण की आलोचना हुई थी.
चीन ने कहा है कि वो क्षेत्र में स्थायित्व क़ायम रखना चाहता है.
चीन और उत्तर कोरिया में क़रीबी रिश्ते हैं.
दक्षिण कोरिया के अधिकारियों का कहना है कि गुरुवार को पहली मध्यम रेंज की मिसाइलें वॉनसन के पूर्वी तटीय शहर के नज़दीक तड़के ही लॉन्च की गईं लेकिन यनहप समाचार एजेंसी के मुताबिक़ तटीय क्षेत्र में कुछ सेकंड में ही ये मिसाइलें धमाके के साथ गिर गईं.
शाम में दूसरे परीक्षण की जानकारी मिली लेकिन दक्षिण कोरिया के अधिकारियों के मुताबिक़ यह भी असफ़ल रहा.
इन मिसाइलों का दायरा क़रीब 3,000 किलोमीटर तक था जिसका मतलब यह है कि यह जापान या ग्वॉम द्वीप के अमरीकी क्षेत्र तक पहुंच सकता है.
संयुक्त राष्ट्र में जापान के राजदूत मोटोहिडे योशिकावा का कहना है कि ये मिसाइलें जापान की सुरक्षा के लिए ख़तरा हैं.
पर्यवेक्षकों ने यह अटकलें लगाईं हैं कि 40 सालों में पहली बार मई में वर्कर्स पार्टी कांग्रेस का आयोजन होने वाला है ऐसे में प्योंगयांग अपने हथियारों को विकसित करने के कार्यक्रम को बढ़ावा दे रहा है.
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