सत्तरकटैया : सहरसा-सुपौल मुख्य मार्ग स्थित रहुआ व सिहौल के बीच दुखा चौक पर गुरुवार को दोपहर बाद बाइक सवार अपराधियों ने सिहौल पंचायत के निवर्तमान मुखिया सह राजद अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष अनिल मुखिया की गोली मार हत्या कर दी.
अपराधियों ने चार गोली मुखिया के गर्दन से लेकर सीने तक में उतार दिया. इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गयी. हालांिक आनन-फानन में परिजन उसे नयाबाजार स्थित एक निजी नर्सिंग होम ले गये. जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया. अनिल मुखिया सहरसा से अपनी बाइक से सिहौल निवासी राघव कुंवर व महेंद्र कुंवर के साथ घर जा रहे थे.
सिहौल मुखिया को…
पीछे से ओवरटेक कर रहे दो बाइक सवार नकाबपोश अपराधियों ने आगे से चार गोली मार दी. गोली लगते ही मुखिया जमीन पर गिर पड़े और अपराधी वापस रहुआ चौक की तरफ भाग गये.
लोगों ने बनाया बंधक : घटना की सूचना मिलते ही लोगों की काफी भीड़ जमा हो गयी. आक्रोशित लोगों ने मुखिया के बाइक पर सवार महेंद्र कुंवर व राघव कुंवर को बंधक बना सहरसा-सुपौल मुख्य मार्ग को घंटों तक जाम कर दिया. लोग बिहरा पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे थे. लोगों ने कहा कि चंद कदमों की दूरी पुलिस एक घंटे के बाद तय कर पायी. प्रदर्शनकारी राजनीतिक प्रतिद्वंदिता के कारण हत्या करवाने का आरोप लगा रहे थे.
इधर सदर अस्पातल में भी सिहौल के अरविंद सिंह को लोगों ने आरोप लगा कर पिटाई कर दी. लेकिन एसडीपीओ सुबोध विश्वास, एसडीओ जहांगीर आलम व सदर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने लोगों को शांत कराया. मालूम हो कि मृतक लगातार तीन साल से पंचायत का प्रतिनिधित्व कर रहे थे. इस बार महिला के लिए आरक्षित होने के कारण उनकी पत्नी अमना देवी मुखिया प्रत्याशी के रूप में मैदान में है.
सहरसा-सुपौल मुख्य मार्ग पर रहुआ व सिहौल के बीच दुखा चौक पर की घटना
राजद अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष भी थे अनिल मुखिया
तीन बार से कर रहे थे पंचायत का प्रतिनिधित्व
आक्रोशित लोगों ने किया में जाम
इस बार उनकी पत्नी हैं मुखिया प्रत्याशी