भागलपुर : जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हास्पिटल में इलाज कराने के लिए आनेवाले मरीजों को अब दवा खरीदनी महंगा पड़ रही है. इलाज के लिए आनेवाले मरीज जेनरिक दवा के बदले महंगी ब्रांडेड दवाइयां खरीदने को मजबूर हैं. पूर्व में जेनरिक दवा दुकान पर करीब 188 प्रकार की जेनरिक दवाइयां मौजूद थी. इससे लोगों को बाहर स्थित दवा की दुकानों के मुकाबले सस्ती दवा मिलती थी. इस दुकान को 17 मार्च को दो माह के लिए बंद कर दिया गया था तो बुधवार से अनिश्चित काल के लिए.
मायागंज स्थित दवा के काउंटर से चिकित्सकों द्वारा लिखी जाने वाली तमाम दवाएं या तो जेनरिक दवा की दुकान से मिलती थी या फिर अस्पताल से बाहर स्थित दुकानों से. जेनरिक दवा की दुकान न केवल सस्ती थी बल्कि क्वालिटीपरक भी. इसके बंद होने के बाद अब मरीजों को हॉस्पिटल से मिलने वाली दवाओं को मजबूरी में बाहर स्थित दवा की दुकानों से खरीदनी पड़ रही है. इससे मरीजों को अब मजबूरी में अपनी जेबें दो से लेकर छह गुना अधिक खाली करनी पड़ रही है.