कार्रवाई. लाखों की दवा का हिसाब-किताब नहीं, डीएम सख्त
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अलौली पीएचसी प्रभारी की हो सकती है छुट्टी !
कार्रवाई. लाखों की दवा का हिसाब-किताब नहीं, डीएम सख्त दवा एक्सपायरी मामले में जांच रिपोर्ट मिलते ही डीएम द्वारा सिविल सर्जन को दोषी स्वास्थ्यकर्मियों पर कार्रवाई कर प्रतिवेदन तलब किये जाने की खबर से हड़कंप व्याप्त है. डीएम के कड़े रुख से पीएचसी प्रभारी की अलौली पीएचसी से छुट्टी की संभावना जतायी जा रही है. […]
दवा एक्सपायरी मामले में जांच रिपोर्ट मिलते ही डीएम द्वारा सिविल सर्जन को दोषी स्वास्थ्यकर्मियों पर कार्रवाई कर प्रतिवेदन तलब किये जाने की खबर से हड़कंप व्याप्त है. डीएम के कड़े रुख से पीएचसी प्रभारी की अलौली पीएचसी से छुट्टी की संभावना जतायी जा रही है. साथ ही इस मामले में कई एएनएम, एग्रेड नर्स सहित स्वास्थ्यकर्मियों पर निलंबन तक की गाज गिर सकती है.
खगड़िया : अलौली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी की छुट्टी हो सकती है.
बीते दिनों सरकारी दवा एक्सपायर मामले में डीएम ने कड़ा रुख अपनाते हुए सिविल सर्जन को अलौली पीएचसी प्रभारी डाॅ आरएन चौधरी सहित दोषी पाये गये स्वास्थ्यकर्मियों पर कार्रवाई का प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया है. यह निर्देश तीन सदस्यीय चिकित्सकों की टीम व एसडीओ द्वारा अलग अलग सौंपी गयी जांच रिपोर्ट के आधार पर दिया गया है.
डीएम के कड़े रुख से कार्रवाई की जद में आने वाले स्वास्थ्यकर्मियों में हड़कंप व्याप्त है. इधर, अलौली पीएचसी प्रभारी की लगातार मिल रही शिकायतों को देखते हुए प्रखंड चिकित्सा प्रभारी के पद से उनकी छुट्टी होने की प्रबल संभावना है.
कई एपीएचसी व हेल्थ सेंटरों में दवा का हिसाब नहीं : जांच के दौरान कई अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्रों पर हेल्थ सेंटरों में आवंटित दवाई का हिसाब किताब नहीं मिलने से गोलमाल की आशंका जतायी गयी है. आवंटन के बाद खर्च का कोई हिसाब नहीं है. बताया जाता है कि दवा एक्सपायर मामले में पीएचसी प्रभारी की भूमिका भी सवालों के घेरे में है. जांच रिपोर्ट में अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मोहराघाट में तैनात ए ग्रेड नर्स आरती कुमारी, एपीएचसी हरिपुर में नर्स पुष्पा कुमारी के बारे में कहा गया है कि इनके द्वारा पीएचसी के भंडार से दवा तो प्राप्त किया गया लेकिन इसके खर्च का कोई विवरण रजिस्ट्रर में नहीं है. ऐसा ही हाल हेल्थ सब सेंटर शहरबन्नी, चेराखेरा का भी बताया गया है. सूत्रों की मानें तो जांच में देरी का फायदा उठा कर कई सरकारी अस्पतालों के दवा रजिस्ट्रर में ओवरराइटिंग कर मिलान कर लिया गया है. ताकि कार्रवाई की जद में आने से बचा जा सके.
स्टिंग ऑपरेशन में हुआ खुलासा
बीते दिनों में स्टिंग ऑपरेशन में पीएचसी प्रभारी व कुछ नर्सों की कारगुजारी का खुलासा हुआ था. स्टिंग ऑपरेशन में पीएचसी प्रभारी डॉ आरएन चौधरी द्वारा यह कहा जा रहा है कि शहरबन्नी भी दवा का गोलमाल पकड़ में आ जाता. लेकिन समय रहते सब कुछ ठीक-ठाक कर लिये जाने के कारण वहां तैनात एक नर्स (नाम लेते हुए) को बचा लिया गया है. इससे जाहिर होता है कि जांच के दौरान पकड़ में आये मामलों से अलग भी कई सरकारी अस्पतालों में लाखों की सरकारी दवा एक्सपायरी होकर बरबाद हुए हैं. लेकिन रजिस्ट्रर में छेड़छाड़ करके परदा डालने की कोशिश का भी खुलासा हो चुका है. इसमें पीएचसी दवा भंडारकक्ष इंचार्ज इन्द्रदेव ठाकुर की भूमिका संदेहास्पद बताया जा रहा है.
सील से छेड़छाड़ की जांच नहीं हुई पूरी : बीते दिनों में अलौली पीएचसी में बड़ी मात्रा में एक कमरे में बंद कर एक्सपायरी दवा रखे जाने की सूचना तत्कालीन डीएम को मिली थी. डीएम के निर्देश पर आननफानन में अलौली बीडीओ ने रात में जाकर पीएचसी के एक कमरे को सील किया था. लेकिन चोरी पकड़े जाने के डर से सील के साथ छेड़छाड़ कर रात के अंधेरे में कमरे में रखी एक्सपायरी दवा को ठिकाने लगा दिया गया.
सील खोलने वक्त छेड़छाड़ की ओर ध्यान दिलाने के बाद भी बीडीओ ने मामले की लीपापोती कर दी. साथ ही सूचना देने के बाद सदर एसडीओ द्वारा कोई एक्शन नहीं लिये जाने से कई सवाल उठ खड़े हो गये. इधर मामला तूल पकड़ने के बाद तत्कालीन डीएम साकेत कुमार ने सील से छेड़छाड़ प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए सिविल सर्जन व सदर एसडीओ को अलग अलग जांच व कार्रवाई कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया था. लेकिन कार्रवाई तो दूर अब तक जांच तक शुरू नहीं किया जाना कहीं ना कहीं दाल में काला की ओर इशारा कर रहा है.
अलौली पीएचसी में पकड़ी गयी इन गड़बड़ियों में नहीं हुई कोई कार्रवाई
फरजी पैथोलॉजी संचालक से पीएचसी प्रभारी की साठगांठ
सरकारी कामकाज में पैथोलॉजी संचालक का दखल देना
नर्सों की ड्यूटी बंटवारे में फरजी पैथोलाजी संचालक का हस्तक्षेप
पीएचसी में फरजी बंध्याकरण ऑपरेशन
सील कमरे से छेड़छाड़ कर एक्सपायरी दवा ठिकाने लगाने
फरजी प्रसव व जननी बाल सुरक्षा योजना में गोलमाल
भरती मरीज से अवैध उगाही
सड़क किनारे बेहोशी हालत में पीएचसी प्रभारी के पाये जाने
ए ग्रेड नर्स के रहते एएनएम को प्रसव कक्ष इंचार्ज बनाने
दवा रजिस्ट्रर से छेड़छाड़ कर सरकारी दवाई की हेराफेरी
उपस्थिति रजिस्ट्रर में ओवरराइटिंग कर कटी हाजिरी में गोलमाल
अलौली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक्सपायर दवा बरामदगी मामले में पीएचसी प्रभारी डाॅ आरएन चौधरी, दवा भंडारकक्ष इंचार्ज इंन्द्रदेव ठाकुर, नर्स पुष्पा कुमारी, आरती कुमारी सहित सभी दोषियों पर कार्रवाई कर प्रतिवेदन सौंपने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया है. अलौली पीएचसी प्रभारी के फरजी पैथोलॉजी संचालक से साठगांठ व उपस्थिति रजिस्ट्रर में छेड़छाड़ कर कटी हुई हाजिरी बनाना आदि काफी गंभीर मामला है. ऐसी हरकत बरदाश्त नहीं की जा सकती है. सरकारी स्वास्थ्य सेवा में कोताही बरतने वाले चाहे जो भी हों बख्शा नहीं जायेगा.
जय सिंह , डीएम
इन पर गिरेगी गाज
अलौली पीएचसी प्रभारी : डा़ॅ आरएन चौधरी
दवा भंडारकक्ष इंचार्ज : इंद्रदेव ठाकुर
नर्स : आरती कुमारी, पुष्पा कुमारी
(करीब आधा दर्जन एएनएम, ए ग्रेड नर्स भी सवालों के घेरे में है.)
खास बातें
एक्सपायरी दवा बरामदगी मामले में डीएम ने सिविल सर्जन को अलौली पीएचसी प्रभारी पर कार्रवाई का दिया निर्देश
तीन सदस्यीय चिकित्सकों की टीम व एसडीओ की जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने लिया एक्शन
सिविल सर्जन को दोषी स्वास्थ्य कर्मियों पर कार्रवाई कर प्रतिवेदन समर्पित करने के आदेश से हड़कंप
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