पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भीषण गरमी और पछुआ हवा के कारण आग लगने की घटनाओं के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य चलाये जाने के साथ आपदा प्रबंधन विभाग को चेतावनी जारी करने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने अगलगी की घटनाओं पर चिंता जताते हुए संबंधित अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिये.
हर हाल में उपलब्ध करायी जाये सहायता
पटना प्रमंडल के छह जिलों यथा पटना, नालंदा, भोजपुर, रोहतास, बक्सर एवं कैमूर में शराबबंदी, पेयजल, एवं अग्निकांडों की स्थिति, लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम को लेकर की जा रही तैयारी तथा ‘सात निश्चय’ के कार्यक्रमों की आज समीक्षा करते हुए मुख्यमंंत्री नीतीश कुमार ने निर्देश दिया कि अग्निकांडों से प्रभावित परिवारों को उसी दिन तुरंत मुआवजा, राहत तथा अन्य आवश्यक सहायता हर हाल में उपलब्ध करायी जाए, साथ ही विभिन्न जिलों में दमकल गाडियों की आवश्यकता का आकलन करते हुए अतिरिक्त अग्निशमन यंत्र क्रय करने का प्रस्ताव दिया जाए.
चेतावनी जारी करे विभाग
मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश दिया कि चेतावनी जारी की जाये कि सुबह नौ बजे के बाद एवं शाम छह बजे के पहले आग न जलाएं. खेतों में आग मत लगायें. हवन या पूजा नौ बजे सुबह से पहले करें. उन्होंने उर्जा विभाग के सचिव को लूज वायर को बदलने भी निर्देश दिया. समीक्षा के क्रम में पाया गया कि विगत दो वर्षों की तुलना में इस वर्ष पटना प्रमंडल के विभिन्न जिलों के जलस्तर में काफी गिरावट आयी है.
कोताही बरदाश्त नहीं
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि इन समस्याओं से निपटने के लिए हरसंभव प्रयास किये जाए. प्रभावित क्षेत्रों में वाटर टैंकर से पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाए तथा चापाकलों की मरम्मत करने वाली टीमों की संख्या बढायी जाए. नीतीश कुमार ने अगलगी की घटनाओं पर चिंता जताते हुए अधिकारियों को साफ निर्देश दिया कि किसी प्रकार की कोताही बरदाश्त नहीं की जायेगी.