वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार बनने की शीर्ष दावेदार हिलेरी क्लिंटन की प्रचार मुहिम ने इस सप्ताह एक चुनावी रैली में एक भारतीय कॉल सेंटर कर्मी का मजाक उड़ाने पर डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना करते हुए कहा कि यह समुदाय के प्रति असम्मान और ट्रंप की विभाजनकारी बयानबाजी को दर्शाता है.
हिलेरी की चुनाव प्रचार मुहिम के अध्यक्ष जॉन पोडेस्टा ने कहा, भारतीय कर्मियों का मजाक उड़ाना उस असम्मान को दिखाता है जो डोनाल्ड ट्रंप ने विभिन्न समूहों के प्रति दिखाया है. उन्होंने मेरीलैंड के जर्मनटाउन में ‘इंडियन अमेरिकंस फॉर हिलेरी’ की औपचारिक शुरुआत के बाद संवाददाताओं से कहा, उन्होंने कट्टरता और विभाजन की मुहिम चलाई है. मुझे लगता है कि यह उस समय देश के लिए बहुत खतरनाक है. जब आप सोचते हैं कि आपको मित्रों, साथियों की आवश्यकता है. वह जिस प्रकार की मुहिम चला रहे हैं, ऐसी मुहिम विश्वभर में एक दूसरे के प्रति असम्मान और यहां घरेलू स्तर पर विभाजन एवं खतरे को जन्म देती है. ‘इंडियन अमेरिकंस फॉर हिलेरी’ हिलेरी का समर्थन करने के लिए भारतीय अमेरिकी समुदाय का प्रयास है.
गौर हो कि ट्रंप ने इस सप्ताह डेलावेयर में एक चुनाव प्रचार रैली के दौरान भारत में एक कॉल सेंटर प्रतिनिधि के अंग्रेजी में बात करने के लहजे की नकल उतारते हुए उसका मजाक उड़ाया था. उन्होंने कहा था कि उन्होंने यह पता लगाने के लिए अपनी क्रेडिट कार्ड कंपनी को फोन किया था कि क्या वह अमेरिका या विदेशों में अपने ग्राहकों को सेवाएं मुहैया कराती है. साथ ही उन्होंने भारत को एक महान देश बताते हुए कहा था कि वह भारतीय नेताओं से नाराज नहीं है.
इस बीच एक भारतीय अमेरिकी उद्यमी ने भी ट्रंप पर निशाना साधा और उनकी टिप्पणियों को ‘‘प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाने वाली” करार दिया. हिलेरी की चुनाव प्रचार मुहिम के लिए एक लाख डॉलर से अधिक राशि एकत्र करने में मदद करने वाले एक शीर्ष भारतीय-अमेरिकी उद्यमी फ्रैंक इस्लाम ने कहा, ‘‘डोनाल्ड ट्रंप जब हेल्प डेस्क पर मौजूद एक भारतीय के लहजे की नकल उतारते हैं तो यह व्यक्तिगत रुप से मेरे लिए प्रतिष्ठा को ठोस पहुंचाने की तरह है.” उन्होंने मेन से रिपब्लिकन गवर्नर पॉल लीपेज के बयानों से भी असहमति जतायी. लीपेज ने कहा था कि भारतीय कर्मी सबसे खराब हैं और उन्हें समझना सबसे मुश्किल है.
इस्लाम ने कहा, मुझे नहीं पता कि उन्हें ऐसा क्यों लगा. मैं भारतीय अमेरिकियों को बहुत मेहनती समझता हूं और उनके लक्ष्य बहुत ऊंचे होते हैं. इस्लाम ने समुदाय को देश को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाने वाला बताते हुए कहा, मैं भारतीय-अमेरिकियों को विचारशील, रचनात्मक, मेहनती और उदार समझता हूं. इसलिए मैं उनकी बात से इत्तेफाक नहीं रखता.