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गरमी में कक्षाएं स्थगित करने को तैयार नहीं प्राइवेट स्कूल

कोलकाता. तेज गरमी से बच्चों को राहत देने के लिए जहां सरकारी अनुदान प्राप्त स्कूलों में अनिश्चितकाल के लिए कक्षाएं स्थगित कर दी गयी हैं, वहीं प्राइवेट स्कूल इसके लिए तैयार नहीं हैं. कुछ प्राइवेट स्कूल राज्य सरकार के इस फैसले से असंतुष्ट हैं. कई प्राइवेट स्कूलों के प्रिंसिपलों का मानना है कि तपती धूप […]

कोलकाता. तेज गरमी से बच्चों को राहत देने के लिए जहां सरकारी अनुदान प्राप्त स्कूलों में अनिश्चितकाल के लिए कक्षाएं स्थगित कर दी गयी हैं, वहीं प्राइवेट स्कूल इसके लिए तैयार नहीं हैं. कुछ प्राइवेट स्कूल राज्य सरकार के इस फैसले से असंतुष्ट हैं. कई प्राइवेट स्कूलों के प्रिंसिपलों का मानना है कि तपती धूप या गरमी के कारण कक्षाएं स्थगित कर देने से न केवल बच्चों की पढ़ाई का नुकसान होगा, बल्कि छात्रों के अभिभावक उन पर हावी हो जायेंगे. राज्य सरकार ने उनसे भी गरमी के कारण कक्षाएं स्थगित रखने की अपील की थी, लेकिन उनके लिए यह संभव नहीं है. अभिभावकों को असंतुष्ट कर स्कूल नहीं चलाया जा सकता है.

दक्षिण कोलकाता के एक प्राइवेट स्कूल की प्रिंसिपल का मानना है कि प्राइवेट स्कूल गुणवत्तापरक शिक्षा के लिए जाने जाते हैं, अगर सत्र शुरू होने के बाद आवश्यकता से अधिक छुट्टी दे देंगे, तो समय पर पाठ्यक्रम पूरा नहीं किया जा सकेगा. इससे बच्चों का ही नुकसान होगा. उनका कहना है कि तेज धूप व गरमी हर साल रहेगी, इसका मतलब यह नहीं कि बच्चों को लंबी छुट्टी देकर घर में बिठा दिया जाये. महत्वपूर्ण यह है कि बच्चों को गरमी से बचाव की ट्रेनिंग दी जाये या अभिभावकों को सचेत किया जाये. इस संबंध में बीडीएम इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल विजया चाैधरी का कहना है कि उनका स्कूल केवल 30 अप्रैल को बंद रहेगा. तेज गरमी में कक्षाएं स्थगित रखने के लिए हमसे भी अपील की गयी है, लेकिन ऐसा हम नहीं कर सकते हैं. हमारी कोशिश रहती है कि बच्चे को हर परिस्थिति के लिए तैयार किया जाये. हेरिटेज स्कूल की प्रिंसिपल सीमा सप्रू का कहना है कि गरमी या तेज धूप के कारण स्कूल की कक्षाएं स्थगित नहीं की जा सकती हैं, इससे सिलेबस पर असर पड़ेगा. हमारे यहां स्कूल में ऐसी व्यवस्था है कि जब बच्चे कक्षाओं में रहते हैं, तो उन्हें गरमी का अहसास नहीं होता है. उन्हें छुट्टी होने तक बाहर जाने की अनुमति नहीं है, तो उनकी तबीयत खराब होने का सवाल ही नहीं उठता है.

स्कूल में केवल 21, 25, 30 अप्रैल को छुट्टी रखी गयी है. बाकी सामान्य रूप से ही स्कूल चलेगा. डीपीएस, मेगा सिटी की प्रिंसिपल इंद्राणी सैन्याल का कहना है कि विधानसभा चुनाव के कारण 21, 25, 30 अप्रैल को स्कूल की छुट्टी घोषित की गयी है, क्योंकि छात्रों को आने-जाने में परेशानी होगी. फिर कई बच्चे कार पूल व अपने वाहनों से आते हैं. उनकी परेशानी को देखते हुए छुट्टी रखी गयी है. छात्रों को गरमी से बचाने के लिए कक्षाएं स्थगित रखने की अपील मानना स्कूल प्रशासन के वश में नहीं है. ज्यादा छुट्टी देने से पढाई का नुकसान होगा. अभी गरमी के कारण बच्चों को स्पोर्ट्स नहीं करवाया जा रहा है. स्कूल में पूरी तरह ढका हुआ स्वीमिंग पुल है. छात्रों से अभी केवल स्वीमिंग ही करायी जाती है

सैफी हॉल के हिंदी शिक्षक राजीव मिश्रा का कहना है कि उनके स्कूल में एक-दो दिन छुट्टी रखी गयी थी. अभी निर्धारित समय से दो घंटा पहले ही स्कूल की छुट्टी की जा रही है. जिस दिन चुनाव है, उस दिन केवल छुट्टी की घोषणा की गयी है. शालीमार हिंदी हाइस्कूल के हेडमास्टर अवधेश कुमार राय ने कहा कि अभी चुनाव के कारण स्कूल में सेना का कैंप है. 27 अप्रैल तक वैसे ही छुट्टी रहेगी. इसके बाद जब तक सरकार की सूचना नहीं मिलती है, स्कूल में कक्षाएं नहीं होंगी.

जायसवाल विद्या मंदिर के प्रधानाध्यापक महेंद्र प्रसाद ने बताया कि स्कूल में चुनाव कार्यालय बना हुआ है. 16 से 23 अप्रैल तक वैसे ही स्कूल बंद है. 26 अप्रैल को स्कूल खुलेगा, लेकिन छात्रों की छुट्टी रहेगी. जब तक अगली सूचना नहीं आती है, कक्षाएं नहीं होंगी. हावड़ा श्री महादेव विद्यालय के प्रधानाध्यापक जीतेंद्र राय का कहना है कि अभी तो सरकार ने स्कूल में कक्षाएं बंद रखने का निर्देश दिया है. छात्रों की कब तक छुट्टी रहेगी, यह उन्हें भी पता नहीं है. गरमी के साथ-साथ चुनाव के कारण भी स्कूलों में पढ़ाई का नुकसान हो रहा है.

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