9.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

चिकनपॉक्स का प्रकाेप, विभाग बेखबर

शहर के आधा दर्जन मुहल्लों में चिकनपॉक्स का प्रकोप, स्थान तक पता नहीं कर पाया विभाग भागलपुर : शहर का एक बड़ा हिस्सा चिकनपॉक्स की विभिषिका से जूझ रहा है और स्वास्थ्य विभाग की तंद्रा अभी तक टूटी नहीं हैं. आलम यह है कि चिकनपॉक्स से प्रभावित एक महिला की मौत हो चुकी है आैर […]

शहर के आधा दर्जन मुहल्लों में चिकनपॉक्स का प्रकोप, स्थान तक पता नहीं कर पाया विभाग

भागलपुर : शहर का एक बड़ा हिस्सा चिकनपॉक्स की विभिषिका से जूझ रहा है और स्वास्थ्य विभाग की तंद्रा अभी तक टूटी नहीं हैं. आलम यह है कि चिकनपॉक्स से प्रभावित एक महिला की मौत हो चुकी है आैर सैकड़ों मासूम मायागंज अस्पताल समेत शहर के निजी नर्सिंग होम्स में अपना इलाज करा रहे हैं.
चिकनपॉक्स की जद में एक-दो नहीं बल्कि आधा दर्जन से अधिक मुहल्ले हैं.
वैरियोलेनम दवा का वितरण तक नहीं हुआ अभी तक : नाथनगर क्षेत्र के शंकरपुर गांव में चिकनपॉक्स के फैलने की बात आयी तो स्वास्थ्य विभाग ने क्षेत्र की एएनएम को गांव में भेज दिया.
सूत्रों की मानें तो जानकारी मिलने पर सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने रेफरल अस्पताल नाथनगर के प्रभारी की नामौजूदगी में अस्पताल के प्रबंधक विनय उपाध्याय को कड़ी फटकार लगायी आैर कहा कि एएनएम नहीं मौके पर चिकित्सक भेजे. गांव वालों की मानें तो सोमवार की शाम तक गांव में चिकनपॉक्स की रोकथाम में सहायक होमियोपैथिक दवा वैरियोलेनम का वितरण तक नहीं किया गया था.
झांड़-फूंक नहीं बल्कि इलाज कराये चिकनपॉक्स का : प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ(प्रो) आरके सिन्हा ने कहा कि उनके ओपीडी में रोजाना दो से तीन मरीज चिकनपॉक्स के आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि चिकनपॉक्स होने की दशा में मरीज के परिजन उसका झांड़फूंक कराने के बजाय तत्काल ही चिकित्सक से संपर्क करें. अगर चिकनपाॅक्स का रोग गंभीर हो गया तो मरीज के दिमाग, फेफड़ा, आंत, किडनी पर दुष्प्रभाव डालेगा जिससे उसकी मौत हो सकती है.
इन-इन मुहल्लों से आ रहे चिकनपॉक्स के मरीज
शहर के दक्षिण क्षेत्र, खलीफाबाग, बरारी, नवगछिया, नाथनगर, सबाैर, साहबगंज, शंकरपुर से चिकनपॉक्स के ज्यादा मरीज आ रहे हैं.
होमियोपैथिक से हो सकता है इलाज
होमियोपैथिक चिकित्सक डॉ विनय कुमार गुप्ता कहते हैं कि उनकी ओपीडी में रोजाना 15-20 चिकनपॉक्स से प्रभावित मरीज आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि चिकनपॉक्स का इलाज होमियोपैथिक में अचूक हैं. उन्होंने कहा कि इसमें वैरियोलेनम 200 की चार गोली रोज सुबह खाली पेट आैर बच्चों को दो गोली दी जाती है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें