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पावापुरी मेडिकल कॉलेज में शुरू नहीं हो सका है अब तक प्रैक्टिकल

जनता दरबार. मुख्यमंत्री ने सुनीं लोगों की फरियादें पावापुरी मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राएं सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में पहुंचे. इनकी शिकायत थी कि तीन सालों की पढ़ाई करने के बाद भी अब तक प्रैक्टिकल नहीं हो रहा है. पटना : पावापुरी मेडिकल कॉलेज में छात्र-छात्राओं ने तीन सालों की पढ़ाई कर […]

जनता दरबार. मुख्यमंत्री ने सुनीं लोगों की फरियादें
पावापुरी मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राएं सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में पहुंचे. इनकी शिकायत थी कि तीन सालों की पढ़ाई करने के बाद भी अब तक प्रैक्टिकल नहीं हो रहा है.
पटना : पावापुरी मेडिकल कॉलेज में छात्र-छात्राओं ने तीन सालों की पढ़ाई कर ली है, लेकिन प्रैक्टिकल नहीं कर पा रहे हैं. आज तक वहां इसकी व्यवस्था नहीं की गयी है. इसी समस्या को लेकर मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राएं सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में पहुंचे.
मेडिकल कॉलेज की छात्रा शिल्पा रानी, निशा, कमल, कुंजबिहारी, जेबा व नेहा ने मुख्यमंत्री से प्रैक्टिकल शुरू करवाने की फरियाद की. छात्राओं ने कहा कि फरवरी में ही तीन महीने में चालू कराने का आश्वासन मिला था, लेकिन अब तक कुछ नहीं किया गया. जब कॉलेज में क्लीनिकल नहीं होगा तो अच्छे डाॅक्टर नहीं बन सकेंगे.
लगा था कि यह मुख्यमंत्री के गृह जिला का कॉलेज है. इसे वे ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में लेंगे, लेकिन सरकार को हमारे भविष्य की चिंता नहीं है. देर शाम छात्र-छात्राओं ने स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव से उनके आवास पर जाकर मिला. उन्होंने जल्द से जल्द कार्रवाई का भरोसा दिलाया है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने आरके महाजन ने भी कहा है कि अस्पताल की बिल्डिंग का काम फाइनल है और जल्द ही उसे शुरू करा दिया जायेगा.
नामांकन को लेकर पहुंची महिलाएं : दरभंगा से पार्वती देवी और कुसूम देवी अपने दो बच्चों का नामांकन करवाने के लिए जनता दरबार में पहुंची. महिलाओं ने कहा कि उनके बच्चों का नामांकन नहीं हो रहा है. इस पर मुख्यमंत्री ने शिक्षा मंत्री को अविलंब कार्रवाई का निर्देश दिया. शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने दरभंगा के डीइओ और बीइओ को नामांकन कराने का निर्देश दिया है. फिलहाल क्लीनिकल के लिए जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज को जोड़ा गया है.
नौकरी नहीं मिली, तो कर लेंगे अात्महत्या
नालंदा के संतोष एसटीइटी पास हैं. उन्होंने जनता दरबार में मुख्यमंत्री से नौकरी की मांग की. उनके आवेदन को शिक्षा विभाग के पास भेजा गया तो वे रास्ते में ही लेट गये और कहने लगे कि उन्हें नौकरी नहीं मिली तो वे गोलियां खा कर आत्महत्या कर लेंगे. बाद में सुरक्षा पर तैनात पदाधिकारियों ने उसे बाहर निकाल दिया. शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि एसटीइटी पास का मतलब कतइ यह नहीं है कि नौकरी मिलेगी. स्पेशल टीचर इलिजिब्लिटी टेस्ट से शिक्षक की नौकरी के लिए वे योग्य होंगे. इसमें जिन विषय में पद और रिक्तियां होंगी उसमें बहाली होगी.
कूलर की ठंडी हवाओं के बीच लगा जनता दरबार
एक, अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास में सोमवार को कूलर की ठंडी हवाओं के बीच जनता का दरबार लगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लेकर विभागों के टेबल, फरियादियों के बीच और मीडिया गैलरी में करीब दो दर्जन कूलर लगाये गये थे. चिलचिलाती धूम व गरमी को देखते हुए यह व्यवस्था की गयी. इसके साथ-साथ लगातार लोगों को पानी, सत्तू भी पिलाया जा रहा था.
जेपी विवि से न मिल रहा रिजल्ट, न हो रहीं परीक्षाएं
जय प्रकाश विश्वविद्यालय से ना रिजल्ट मिल रहा है और ना ही परीक्षाएं हो रही है. इसकी शिकायत लेकर जेपी विवि के कई छात्र जनता दरबार में शिकायत की. जेपी विवि के 2011-14 के स्नातक पार्टी थ्री का रिजल्ट अब तक नहीं आने की शिकायत लेकर कई छात्र आये. वहीं, 2013 पार्ट की परीक्षा अब तक शुरू नहीं होने की भी छात्रों ने शिकायत मुख्यमंत्री से की.
मुख्यमंत्री ने शिक्षा मंत्री से तत्काल इन मामलों को देखने का निर्देश दिया. इसके बाद शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने जेपी विवि के कुलपति से फोन पर बात की. उन्होंने पूछा कि इतना विलंब क्यों हो रहा है? मुख्यमंत्री भी एकेडमिक और परीक्षा कैलेंडर ठीक करें. ऐसा बैकलॉग नहीं चलना चाहिए.

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