पटना : बिहार बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर आज ट्विट कर कहा कि इसके साथ क्षेत्रीय पहचान वाले एक और दल में राजनीतिक शक्ति का केंद्रीकरण पूरा हो गया. अब मायावती, ममता बनर्जी और लालू प्रसाद की तरह नीतीश कुमार की जेब में भी एक पार्टी होगी.
नीतीश को किसी पर भरोसा नहीं
बिहार विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता सुशील ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार को न किसी दूसरे नेता पर भरोसा है और न पार्टी के आंतरिक लोकतंत्र की कोई चिंता. पिछली विधान सभा के आठ विधायकों को नीतीश विरोध की कीमत चुकानी पड़ी थी.
शरद को किनारे लगाया
उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार ने अंगुली पकड़कर राजनीति सिखाने वाले जार्ज के बाद शरद यादव को भी किनारे लगा दिया. उन्होंने 2009 में जार्ज को लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं पाने दिया. शरद यादव को बड़ी मशक्कत के बाद अपमानजनक तरीके से राज्यसभा का टिकट दिया गया था.
महत्वाकांक्षा के शिकार हैं नीतीश
सुशील ने आरोप लगाया कि बिहार की जनता जब भी नीतीश कुमार को राज्य की सेवा के लिए विशाल बहुमत देती है तब वे राष्ट्रीय राजनीति में जाने की महत्वाकांक्षा पर काम करने लगते हैं.