प्रत्युषा बनर्जी की 75वर्षीय दादी झरना बनर्जी व उनके चाचा किंगसुक ने शुक्रवार को कई अहम बातें बताईं. झरना बनर्जी ने बताया कि मेरे पति बिरेन्द्र नाथ बनर्जी इंजीनियर थे वे तारापोर एटोमिक पावर स्टेशन में काम करते थे. उनकी पोस्टिंग दुबई में भी हुई थी. मुंबई में काम करने के दौरान एक हादसे में वह काफी उंचाई से गिर गये थे. जिसके कारण उनका एक पैर गंवाना पड़ा था. हादसे के करीब 4 सालों तक वह काफी तकलीफ में रहे.
इस हादसे के बाद मैं मुंबई से नफरत करने लगी थी. मैंने प्रतिज्ञा ली थी कि मैं कभी मुंबई नहीं जाउंगी ना ही परिवार के किसी सदस्य को वहां जाने दूंगी. लेकिन विडंबना देखिये कि मेरा पूरा परिवार ही वहां बस गया. प्रत्युषा के दादा बिरेन्द्र नाथ बनर्जी बहुत अपने जमाने के बहुत बड़े ज्योतिष थे. प्रत्युषा उनके काफी करीब थी. प्रत्युषा के बचपन में ही उन्होने सबको आगाह किया था कि इसकी शादी 24 साल से पहले नहीं होनी चाहिए. नहीं तो प्रत्युषा को खतरा हो सकता है. इस बात से सभी परिजन वाकिफ थे. काश प्रत्युषा 25 की उम्र पार कर लेती तो वह और भी उंचाईयों को पा जाती. अब तो सिर्फ अफसोस ही है.
प्रत्युषा खुद संभाल लेगी परिवार
झरना बनर्जी बताती हैं कि प्रत्युषा के दादा यह भी कहा करते थे कि प्रत्युषा के बारे में चिंता करने की जरुरत नहीं है. वह खुद पूरे परिवार को संभाल लेगी. अपने मेहनत के बल पर प्रत्युषा ने यह साबित भी कर दिखाया था. बात करते करते झरना बनर्जी का गुस्सा व आक्रोश राहुल के प्रति जाहिर होने लगता है. वे बोल पड़ती हैं राहुल मेरी बेटी से फ्रॉड करता था. पैसा ऐंठता था. उसके झांसे में आकर प्रत्युषा उसे अंधा प्यार करने लगी थी. प्रत्युषा के चाचा किंगसुक बताते हैं कि इस घटनाक्रम में राहुल अकेला नहीं है उसका साथ सलोनी ने भी दिया है. पुलिस को उससे भी पूछताछ करनी चाहिए.
प्रत्युषा के पैसे से ही गिफ्ट खरीद कर देता राहुल : झरना बनर्जी बताती हैं कि बैंक स्टेटमेंट से यह पता चल रहा है कि राहुल प्रत्युषा के पैसों से ही इसको गिफ्ट देता था. उसने कई बार प्रत्युषा के खाते से रकम निकाली है. वहीं कुछ दिन पहले फोन पर हुई बातचीत में प्रत्युषा ने बोला था कि दादी “आमी मोरे गाच्चे” मैंने उसी समय राहुल से भी बात करने को कहा, लेकिन प्रत्युषा ने कहा छि उसके बारे में बात मत करो. मुझे लगता है वो तभी से खफा थी. मैंने तभी प्रत्युषा को कहा था कि तुम आ जाओ मेरे पास मैं अपना सबकुछ बेचकर तुम्हें विदेश में पढ़ाउंगी. मेरी तिता तो बुद्धु थी. (झरना बनर्जी प्यार से प्रत्युषा को तिता, तितू, तितली कहकर पुकारा करती थी).
मुंबई में रोहन को भी भगाया था : रोहन कांजीलाल प्रत्युषा का कज़न हैं. एक वह प्रत्युषा के घर गया उस वक्त वहां राहुल भी मौजूद था. किसी सामान को लेने के लिए महज कुछ देर के लिए नीचे उतरा था, तबतक तो सब ठीक था लेकिन लौटने के बाद प्रत्युषा ने डांटकर भगा दिया. इस पर रोहन व झरना बनर्जी का कहना है कि इसमें राहुल की ही साजिश थी. वह नहीं चाहता था कि कोई भी परिजन प्रत्युषा के साथ में रहे.
मुंबई के कालीबाड़ी में होगा ब्राह्मणभोज : प्रत्युषा के चाचा किंगसुक ने बताया कि मुंबई के सेलिब्रेटी ने ही वहां के कालीबाड़ी में आयोजन किया है. वहां पर 11 अप्रैल को ब्राह्मणों को भोज कराया जायेगा. प्रत्युषा के पापा शंकर बनर्जी के दोस्त उज्ज्वल गुहा बताते हैं कि शुक्रवार की शाम में हुई बातचीत में शंकर ने बताया कि वो अब मुंबई में ही रहने का मन बना रहे हैं. वह पहले भी स्क्रिप्ट लिखा करते थे उसी काम को वहां रहकर करेंगे. वह कुछ दिनों में शहर भी आएंगे. शंकर बनर्जी ने बताया कि प्रत्युषा की हत्या गला घोंट कर की गयी है फिर उसे फंदे से लटकाया गया है.
तितू के बचपन की बातें
दादू गिनकर बताइये ना कब आयेगी लाइट
झरना बनर्जी अपने पति व प्रत्युषा की बातों को याद करते हुए बताती हैं कि प्रत्युषा अपने दादा से इतना प्यार करती थी कि बचपन में कभी लाइट चले जाने पर वह दादा से कहा करती थी कि आप हाथों से जोड़कर बताइये ना कि कब आयेगी लाइट. उसके दादाजी प्रत्युषा के स्कूल से आने का इंतजार करते रहते थे. वे खुद अपने हाथों से शरबत बनाकर प्रत्युषा के लिए रखा करते थे. बात करते करते कई बार झरना बनर्जी की आंखों से आंसू छलक पड़े. तितान का जाना मैं सह नहीं सकी. मैं खुद इतनी मजबूत हूं बावजूद इसके प्रत्युषा की मौत से मैं टूट सी गयी हूं.
न्यूमरोलॉजिस्ट ने भी दिया था संकेत
अगले 24 घंटे में घटेगी घटना
झरना बनर्जी के परिवार के करीबी धुरजुटी रुखी न्यूमरोलॉजिस्ट हैं. जो नाम के अनुसार अंकों की मदद से भविष्यवाणी करते हैं. प्रत्युषा की मौत से एक दिन पहले वह सोनारी पंचवटी नगर स्थित घर आये थे. झरना बनर्जी बताती हैं कि जब उन्होने नाम से गणना की तो वे खुद लड़खड़ा गये. इन बातों को बोलते वक्त झरना बनर्जी सहम सी गयीं. अंकों के माध्यम से यह बताया था कि अगले 24 घंटों में प्रत्युषा के साथ कोई घटना होने वाली है. अगले ही दिन जब धुरजुटी को पता चला तो वह भी दौड़े-दौड़े मेरे पास आये थे. ऐसी भविष्यवाणी से वे खुद स्तब्ध थे.
लाल साड़ी पहनूंगी खूब सजूंगी संवरुंगी
झरना बनर्जी ने बताया कि प्रत्युषा को शादी का बहुत शौक था. उसने अपनी चाची को बताया था कि मैं दुल्हन बनूंगी, लाल साड़ी पहनूंगी, सजूंगी संवरूंगी. वह शादी को लेकर खूब खुश थी. प्रत्युषा मुंबई में शादी करना चाहती थी. उसने कहा भी था कि दादी व नानी आप भी आइएगा मेरी शादी में, मैंने कहा कि मैं भला कैसे आ पाउंगी, बूढ़ी हो गयी हूं. अब तो चला भी नहीं जाता. इस पर प्रत्युषा ने कहा था कि दादी मैं आपके के लिए व्हील चेयर का इंतजाम कर दूंगी.