नयी दिल्ली : हजारो करोड़ के बैंक ऋण के बाद देश से फरार शराब कारोबारी विजय माल्या ने आज फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने धन शोधन मामले में पेश होने से इनकार कर दिया है. माल्या ने प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश होने के लिए मई तक का समय मांगते हुए कहा कि वह धन शोधन मामले के सिलसिले में आज पेश नहीं हो सकते.दो अप्रैल को शराब कारोबारी माल्या के खिलाफ नया समन जारी करते हुए ईडी ने माल्या को 9 अप्रैल से पहले पेश होने के लिए कहा था. पहले भी माल्या ने समन पर उपस्थित होने में असमर्थता जतायी थी. माल्या ने अतिरिक्त समय की मांग की थी.
इसी पर नया नोटिस जारी करते हुए माल्या को 9 अप्रैल को हाजिर होने को कहा गया था. इसपर माल्या ने फिर से मई में शामिल होने की बात कही. ईडी की तरफ से 2 अप्रैल को तीसरा नोटिस जारी किया गया था. ईडी ने पिछले साल दर्ज सीबीआई प्राथमिकी के आधार पर पिछले माह माल्या और अन्य के खिलाफ धन शोधन का एक मामला दर्ज किया था.
एजेंसी अब निष्क्रिय हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस की समग्र वित्तीय संरचना की भी जांच कर रही है. वह इस बात की भी जांच करेगी कि ऋण लेने के लिए कोई रिश्वत तो नहीं दी गयी. सीबीआई ने अपनी प्राथमिकी में किंगफिशर एयरलाइंस के अध्यक्ष माल्या, उसके निदेशकों, एयरलाइंस के पूर्व प्रमुख वित्तीय अधिकारी ए रघुनाथन और आईडीबीआई बैंक के अज्ञात अधिकारियों के नाम दर्ज किए थे.
प्राथमिकी में आरोप लगाया गया था कि ऋण की राशि को तय सीमा से जुडे नियमों का उल्लंघन करके मंजूरी दी गयी. इस मामले में माल्या खुद को निर्दोष बता रहे हैं. उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि मैं पैसा वापस कर दूंगा. मैं भागा नहीं हूं. मैं एक व्यापारी हूं और अपने कारोबार के काम से यहां आया हूं. माल्या ने यह बातें सोशल नेटवर्किंग साइट पर लिखी है जिसमें उन्होंने अपने बेटे की चिंता जताते हुए कहा कि उसके साथ कड़े शब्दों का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि मेरे व्यापार से उसका कोई लेना-देना नहीं है.
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