रैंकिंग में राज्य का नंबर वन बनने पर कुलपति ने दी बधाईएमएचआरडी : एनआइआरएफ रैंकिंग में सीयूएसबी बना बिहार का नंबर वन विविलाइफ रिपोर्टर, पटना केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) द्वारा घोषित नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ) रैंकिंग में दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) को बिहार राज्य में नंबर वन विश्वविद्यालय का स्थान मिला है. इस सफलता पर सीयूएसबी के कुलपति प्रोफेसर हरीश चंद्र सिंह राठौर ने समस्त विवि परिवार को पटना स्थित बीआइटी ऑडिटोरियम में संबोधित किया. इस मौके पर विवि के प्राध्यापक, अधिकारी, कर्मचारी व बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित थे.नंबर वन का दर्जा खुशी की बातअपने संबोधन में कुलपति ने कहा कि विवि को बिहार राज्य के विश्वविद्यालयों की श्रेणी में सर्वोच्च स्थान प्राप्त हुआ, जो सबके लिए प्रसन्नता की बात है और हमें इसका गर्व है. विवि को देशभर में 94वां स्थान प्राप्त हुआ है, जो हमारी अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं है, फिर भी हमें इस रैंकिंग से प्रोत्साहित होने की आवश्यकता है ताकि आने वाले वर्षों में हमारी रैंकिंग में व्यापक सुधार आये. एनआइआरएफ रैंकिंग के अनुसार हमारे पास एक नया विवि होने के बावजूद गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व शोध के उचित साधन एवं संसाधन मौजूद हैं. विवि को 100 में से 48.89 अंक मिले जो कि हकीकत में 75 अंकों के आधार पर दिया गया है, क्योंकि सीयूएसबी के पास अपना भवन नहीं है, इसलिए 25 अंकों में एक अंक भी प्राप्त नहीं हुआ. अगर भवन, खेलकूद के संसाधनों आदि की सुविधा मौजूद रहती, तो सीयूएसबी को सर्वश्रेष्ठ 20-25 संस्थानों में रैंकिंग मिलती.रैंकिंग को लेकर रहें पॉजिटिवकुलपति प्रोफेसर राठौर ने कहा कि इस रैंकिंग को हमें सकारात्मक रूप में लेना चाहिए और आगे की तैयारियों में जुट जाना चाहिए, क्योंकि विवि की कई विशेषताएं हैं, जिनसे अच्छी रैंकिंग प्राप्त हो सकती है. उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि वे विवि के लिए ब्रांड एम्बेसडर हैं और उनकी मेहनत, लगन व परिश्रम से सीयूएसबी लगातार बेहतर करने के मार्ग पर अग्रसर है, जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं. प्राध्यापकों की भी सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वे स्टूडेंट्स को बेहतरीन शैक्षिक पद्धतियों के माध्यम से मार्गदर्शन करते रहें, ताकि वे विवि व देश का नाम ऊंचा कर सकें. सीयूएसबी के पास आधुनिक उपकरणों से लैस प्रयोगशाला, अच्छी पुस्तकों एवं जर्नलों से भरी हुई पुस्तकालय, ऑडियो-वीडियो सिस्टम और प्रोजेक्टर युक्त लेक्चर हॉल आदि सुविधाओं के साथ-साथ कई अन्य संसाधन मौजूद हैं. विवि के पंचानपुर, गया स्थित अपने कैंपस के निर्माण कार्य पूरा होते ही हम पूरी तरह संपन्न हो जायेंगे और सीयूएसबी निश्चित रूप से देश के बेहतरीन शैक्षिक संस्थानों में अपनी जगह बना लेगा. वेबसाइट के माध्यम से तय मापदंडों पर रैंकिंग मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने पहली बार देशभर में शैक्षिक संस्थानों की रैंकिंग के लिए विशेष परियोजना प्रारंभ किया था. एमएचआरडी के दिशानिर्देश के अनुसार देश भर के सैकड़ों संस्थानों ने वेबसाइट के माध्यम से तय मापदंडों के अनुसार रैंकिंग के लिए अपनी जानकारी को साझा किया था. एनआइआरएफ की गठित समिति ने विभिन्न आयामों पर संस्थानों का मूल्यांकन करके टॉप 100 शिक्षण संस्थानों का रैंकिंग जारी किया, जिसमें सीयूएसबी भी शामिल है.
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रैंकिंग में राज्य का नंबर वन बनने पर कुलपति ने दी बधाई
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