मुंबई : लैंडल सिमंस की अगुवाई में अपने बल्लेबाजों के आक्रामक और जुझारु प्रदर्शन के दम पर वेस्टइंडीज ने आज भारत को बेहद रोमांचक मुकाबले में सात विकेट से हराकर टी20 क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में प्रवेश कर लिया जहां उसका सामना इंग्लैंड से होगा. पूर्व चैम्पियन कैरेबियाई टीम ने जीत के लिये 194 रन का मुश्किल लक्ष्य 19.4 ओवर में तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया.
सिमंस ने 51 गेंद में सात चौकों और पांच गगनभेदी छक्कों की मदद से नाबाद 83 रन बनाये जबकि आंद्रे रसेल 20 गेंद में 43 रन बनाकर नाबाद रहे जिसमें तीन चौके और चार छक्के शामिल थे. इससे पहले जानसन चार्ल्स ने 36 गेंद में सात चौकों और दो छक्कों के साथ 52 रन बनाये. इससे पहले विराट कोहली के 47 गेंद में 89 रन की मदद से 2007 के चैम्पियन भारत ने दो विकेट पर 192 रन बनाये थे.
आस्ट्रेलिया के खिलाफ करो या मरो के आखिरी सुपर 10 मैच में नाबाद 82 रन बनाकर भारत को सेमीफाइनल में पहुंचाने वाले कोहली ने अपनी पारी में 11 चौके और एक छक्का लगाया. कोहली और गेल का मुकाबला करार दिये जा रहे इस सेमीफाइनल में बाजी कैरेबियाई बल्लेबाजों ने मारी. गेल दूसरे ही ओवर में विकेट गंवा बैठे थे लेकिन उनकी टीम ने हार नहीं मानी और खचाखच भरे वानखेडे स्टेडियम में भारतीय दर्शकों के सामने संयम खोये बिना कठिन लक्ष्य को हासिल किया.
तीन अप्रैल को कोलकाता के ईडन गार्डन पर होने वाले फाइनल में कैरेबियाई टीम इंग्लैंड से खेलेगी. वेस्टइंडीज की शुरुआत खराब रही और तीसरे ओवर में उसके दो विकेट 19 रन पर गिर गए थे. इसके बाद चार्ल्स और सिमंस ने 97 रन की साझेदारी की. भारतीय टीम का किस्मत ने भी साथ नहीं दिया क्योंकि वेस्टइंडीज के दो बल्लेबाज कैच थमा चुके थे लेकिन दोनों गेंद नोबॉल निकली.
चार्ल्स और सिमंस की साझेदारी को 14वें ओवर की पहली गेंद पर विराट ने तोड़ा. अपने नियमित गेंदबाजों को सफलता नहीं मिलती देख धौनी ने विराट को गेंद सौंपी जो भरोसे पर खरे भी उतरे. तीसरा विकेट गिरने के बावजूद सिमंस और रसेल ने संयम नहीं खोया और टीम को जीत तक ले गए. इससे पहले रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे ने भारत को मजबूत शुरुआत दी थी.
पहले बल्लेबाजी के लिये भेजी गई भारतीय टीम के लिये नयी सलामी जोड़ी शर्मा (31 गेंद में 43 रन) और रहाणे (35 गेंद में 40 रन) ने 62 रन की साझेदारी की. रहाणे और कोहली ने दूसरे विकेट के लिये 66 रन जोड़े. इसके बाद कोहली और कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (नाबाद 15) ने 27 गेंद में 64 रन जोड़कर भारत को बड़ा स्कोर दिया. सुपर 10 चरण में 5 , 10, 18 और 12 रन बनाने वाले शर्मा ने बेहतरीन पारी खेली. उसने मध्यम तेज गेंदबाज कार्लोस ब्रेथवेट को लांगआन पर छक्का लगाया. इसके बाद सुलेमान बेन को लगातार दो चौके जड़े.
पावरप्ले के आखिरी ओवर में सबसे ज्यादा रन बने और पहले विकेट के लिये इस टूर्नामेंट की पहली अर्धशतकीय साझेदारी भी पूरी की. शर्मा ने इस ओवर में आंद्रे रसेल को लगातार दो छक्के लगाये. इसके बाद चौका भी जडकर कुल 20 रन लिये. पिछले आठ टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में पहले अर्धशतक की ओर बढ़ रहे शर्मा को सैमुअल बद्री ने पगबाधा आउट किया. उसने अपनी पारी में तीन छक्के और तीन चौके लगाये. कोहली का आते ही तालियों की गड़गडाहट से स्वागत किया गया. दर्शक दीर्घा में महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर भी मौजूद थे.
नौवें ओवर में एक ही गेंद पर कोहली दो बार रन आउट होते होते बचे जब वह एक रन लेने दौड़ गए थे. पहले विकेटकीपर दिनेश रामदीन और बाद में गेंदबाज ड्वेन ब्रावो का थ्रो सटीक नहीं रहा. बाद में उसी ओवर में उसने थर्डमैन पर चौका लगाकर हाथ खोले.
दस ओवर के बाद भारत का स्कोर एक विकेट पर 86 रन था. टूर्नामेंट में अपना पहला और कैरियर का 18वां टी20 मैच खेल रहे रहाणे ने धीमी शुरुआत के बाद लय पकडी. रहाणे और कोहली ने तेजी से इक्के दुक्के रन चुराये और भारत के 100 रन 12.2 ओवर में पूरे हो गए. इसके बाद कोहली ने ब्रेथवेट को बैकवर्ड प्वाइंट पर चौका लगाकर 15वें ओवर के बाद स्कोर एक विकेट पर 127 रन तक पहुंचाया. रहाणे ने अगले ओवर में रसेल की गेंद पर ब्रावो को डीप मिडविकेट में कैच थमाया. इसके बाद कोहली को कप्तान धौनी का साथ मिला जिन्होंने सहायक की भूमिका बखूबी निभाई.
कोहली ने 19वें ओवर में ब्रेथवेट को छक्का और दो चौके लगाये. आखिरी चार ओवरों में भारतीय बल्लेबाजों ने 59 रन बनाये. इससे पहले भारतीय टीम में दो बदलाव करते हुए घायल युवराज सिंह की जगह मनीष पांडे और खराब फार्म में चल रहे शिखर धवन की जगह रहाणे को शामिल किया गया. वेस्टइंडीज टीम में दो बदलाव करके एविन लुईस की जगह क्रिस गेल और घायल आंद्रे फ्लेचर की जगह लैंडल सिमंस को जगह दी गई.