पटना :भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व उपमुख्यमंत्रीसुशील कुमार मोदी ने आज ट्वीटकर नीतीश सरकार पर हमला बोला है. सुशील मोदी ने कहा कि बिहार के लाखों गरीब बच्चों की शिक्षा का भविष्य सरकारी स्कूलों पर निर्भर है, लेकिन शिक्षा विभाग के लिए सबसे बड़ा बजट (21897 करोड़ ) पेश करने वाली सरकार इन स्कूलों में अच्छी पढ़ाई और 75 फीसद हाजिरी सुनिश्चित करने में नाकाम है.
सुशील मोदी ने कहा कि 2009 में लागू शिक्षा का अधिकार कानून (आरटीइ) निजी स्कूलों पर तो बेअसर है ही, सरकारी स्कूल भीआरटीइ लागू करने में फेल हो गये. छह साल में केवल 12 फीसद सरकारी स्कूलों ने 25 फीसद गरीब बच्चों का दाखिला लेने के कानून का पालन किया. उन्होंने एक के बाद एक कई सवाल करते हुए आगे कहा कि क्या गुड गवनेंर्स में गरीब बच्चों की शिक्षा की गारंटी शामिल नहीं है? क्या अच्छी शिक्षा के बिना गरीब–पिछड़े परिवारों के बच्चे आरक्षण का लाभ ले सकेंगे? जिन लोगों ने आरक्षण पर भ्रम फैलाकर चुनाव जीता, क्या वे गरीब के बच्चों को अशिक्षित रख कर उनका हक छीनना चाहते हैं? क्या शिक्षा को चौपट करने वाली नीतीश सरकार गरीबों की सरकार है?