सैन्य शासन के खात्मे के बाद म्यांमा की जनाकांक्षाओं को आगे बढाते हुए आंग सान सू ची के करीबी सहयोगी ने आज राष्ट्रपति पद की शपथ ली.म्यांमा में 2011 से दूरगामी सुधार करने वाले पूर्व जनरल थीन सीन से हतीन क्याव ने सत्ता ग्रहण किया.
सैन्य शासकों की ओर से निर्मित संविधान में सू ची (70) के म्यांमा की राष्ट्रपति बनने पर रोक है, लेकिन इसमें यह भी घोषणा की गयी है कि वह अन्य माध्यम से सरकार का नेतृत्व कर पाएंगी.
नवंबर में हुए चुनावों में सू ची की पार्टी ‘नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी’ के जीत दर्ज करने के लंबे समय बाद राजधानी नायपीदो में सैन्य शासकों द्वारा निर्मित संसद में सत्ता हस्तांतरण की अंतिम प्रक्रियासंपन्न हुई.
सैन्य शासन के बाद सत्ता परिवर्तन के लिए एनएलडी को व्यापक जनादेश मिला और पार्टी ने संसदीय सीटों में 80 प्रतिशत से जीत दर्ज की.
शपथ ग्रहण करते हुए हतीन क्याव ने ‘‘म्यांमा संघ के गणराज्य की जनता के प्रति निष्ठावान’ रहने की शपथ ली.
नोबेल पुरस्कार विजेता सू ची के स्कूली मित्र रहे 69 वर्षीय हतीन क्याव ने कहा, ‘‘मैं संविधान और कानून का पालन करुंगा और उन्हें बुलंद रखूंगा. मैं अपनी क्षमता के अनुसार अपनी जिम्मेदारियों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करुंगा.’