रांची: जदयू के राज्यसभा सांसद, गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि रघुवर राज में गुंडा और प्रशासन में फर्क नहीं रह गया है़ 18 मार्च को लातेहार और उससे दस दिन पहले चतरा में नृशंस हत्याएं हुई है़ं चतरा में इफ्तेखार व शंकर यादव की हत्या के मामले में नामजद प्राथमिकी के बावजूद अपराधी खुलेआम घूम रहे है़ं.
18 मार्च को मंसूर अंसारी व 12 साल के इम्तियाज खान की बेरहमी से हत्या कर दी गयी़ मंसूर अंसारी की पांच बेटियां व एक बेटा है़ं सबसे छोटी बेटी सिर्फ छह-सात माह की है़ उन्होंने एक टीम के साथ जाकर घटनास्थल का मुआयना किया है़ वहां के लोगों ने बताया कि एक गुट गोरक्षा और पशु रक्षा के नाम पर उद्योग चला रहा है़ क्यों नहीं सरकार जानवरों की खरीद बिक्री पर रोक लगा देती? गुलाम रसूल बलियावी घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद कडरू के जामिया बैंक्वेट में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि चंदवा के पुलिस अधिकारी रतन कुमार सिंह वहां प्रतिनियुक्ति पर थे़ जब लोग अपनी बात कहने के लिए आगे आये, तो पुलिस-प्रशासन ने दमनकारी रूख अख्तियार कर लिया़. रतन कुमार सिंह ने थाने में ही पाकिस्तान भगा देने की बात कही़ गुलाम रसूल बलियावी ने मामले की सीबीआई जांच कराने, पीड़ितों के परिवारों को सही मुआवजा देने व चंदवा के दरोगा को बर्खास्त कर उन पर मुकदमा चलाने की मांग की. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं हुआ, तो गांव-गांव में विरोध होगा. एदार-ए-शरीया के नाजिम-ए-आला मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी ने कहा कि मारे गये लोगों के पास मवेशी खरीदने की रसीद थी़ इस मामले में अरुण साव का बड़ा हाथ है, जिसपर पहले से ही हत्या के कई मामले दर्ज है़ं उन्होंने कहा कि झारखंड की सरकार अनियंत्रित हो गयी है़ यहां मुसलमान खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे है़ं राज्यपाल हस्तक्षेप करे़ं मौके पर एम सईद, मजहर सिद्दीकी, आजम खान व मोईज मौजूद थे़.
धरना 29 को
झारखंड प्रदेश जमीयतुल कुरैश के तत्वावधान में 29 मार्च को राजभवन के समक्ष एकदिवसीय धरना दिया जायेगा. यह धरना बालूमाथ में दो युवकों की हत्या के खिलाफ दिया जायेगा. धरना के बाद संस्था के सदस्य राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेगे. जमीयतुल कुरैश के मुजीब कुरैशी ने बताया कि राज्य में इस तरह की घटनाएं लगातार हो रही है.
अल्पसंख्यकों में भय का माहौल
कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ ने प्रदेश में मुसलमानों पर हो रहे हमले के प्रति चिंता जतायी है़ प्रदेश प्रवक्ता डॉ केपी अहमद ने मुख्यमंत्री रघुवर दास को पत्र लिखा है़ डॉ अहमद ने कहा है कि राज्य में गोहत्या के नाम पर बेकसूर लोगों की हत्या हो रही है़ बालूमाथ की घटना से अल्पसंख्यक समुदाय में भय का माहौल है़ इधर कांग्रेस के सह-प्रभारी ताराचंद भगोरा शनिवार को बालूमाथ जायेंगे़ वह झाबर गांव के पशु व्यवसायी के परिजन से मिलेंगे, जिनकी हत्या पिछले दिनों कर दी गयी थी़ श्री भगोरा के साथ सांसद धीरज प्रसाद साहू भी बालूमाथ जायेंगे़.
निर्दोष मुसलमानों को फंसाने की कार्रवाई बंद हो
झारखंड मुसलिम युवा मंच ने आरोप लगाया है कि राज्य में निर्दोष मुसलमानों को गलत ढंग से फंसाया जा रहा है़ पिछले कुछ महीनों में पुलिसिया आतंक बढ़ा है़ किसी भी मामले में मुसलमानों के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई करते हुए उन्हें दोषी बताया जा रहा है़ जेल भेज कर उनकी जिंदगी बरबाद की जा रही है़ अब तक मुसलमानों के किसी भी मामले की पूरी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गयी है़ उक्त बातें मंच के मो अशफाक, मो अफाक, बबलू खान, मोहसिन अहमद व गुलाम गौस अरशद ने अंजुमन प्लाजा में पत्रकारों से बातचीत के क्रम में कही. उन्होंने ऐसे मामलों में मारे गये बेगुनाहों के परिजनों को 50- 50 लाख रुपये मुआवजा देने, दोषी पुलिस कर्मियों को निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने तथा घटना की सीबाइआइ जांच की मांग की. घटना के विरोध में 27 मार्च की शाम छह बजे अंजुमन प्लाजा से अलबर्ट एक्का चौक तक कैंडल मार्च निकाला जायेगा़.
घटना के विरोध में हस्ताक्षर अभियान
ऑल इंडिया मुसलिम यूथ एसोसिएशन (आमिया) के तत्वावधान में शुक्रवार को कडरू हज हाउस के पास हस्ताक्षर अभियान चलाया. यह हस्ताक्षर अभियान बालूमाथ में हुई हत्या के विरोध में किया गया था. आमिया के अध्यक्ष एस अली ने बताया कि हमलोग बालूमाथ हत्याकांड की सीबीआइ जांच कराने, मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा देने, पशु सुरक्षा के नाम पर चल रहे अतिवादी संगठनों को बैन करने की मांग कर रहे हैं. एस अली ने कहा कि शुक्रवार को एक हजार से अधिक लोगों ने हस्ताक्षर किये. इसे मुख्यमंत्री अौर राज्यपाल को सौंपा जायेगा. एस अली ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हत्याकांड के कुछ आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं.