प्रो सिंह सीएसआई, आइसीपी व एपीआई भागलपुर के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को शुरू हो रहे कार्डिकॉन 2016 की पूर्व संध्या पर आयोजित रूरल सीएमइ के तहत एप्रोच टू एक्यूट डिस्निया के कारण, निवारण एवं इलाज पर चर्चा कर रहे थे. उन्होंने कहा कि ओपीडी में आने वाले मरीज के दम के फूलने का कारण उसके हृदय या लंग(फेफड़ा) से जुड़ी समस्या हो सकती है. उन्होंने कहा कि अगर किसी मरीज को चेस्ट पेन की शिकायत है तो उसे कार्डियक की समस्या हो सकती है, यह उसके हृदय के लिहाज से खतरनाक हो सकता है.
संबोधन में डॉ तिवारी ने कहा कि जिन उद्देश्यों के तहत यहां पर रूरल सीएमइ का आगाज यहां पर किया गया, वह प्रथम दृष्ट्या अपने उद्देश्यों को पूरा करने में सफल होता नहीं प्रतीत हो रहा है. मौके पर सीएसइ बिहार चैप्टर की सचिव डॉ बीबी भारती, आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ बिनय कुमार, सचिव डॉ हेमशंकर शर्मा, स्वागत समिति के अध्यक्ष डॉ डीपी सिंह, डॉ अंजुम परवेज, डॉ राजीव सिन्हा, डॉ एसके घोष आदि मौजूद थे.