पटना : भाजपा सांसद सह सिने अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा है कि राजनीति उनके लिए प्रोफेशनल नहीं, बल्कि मिशन है. वे सच्चाई व सिद्धांत पर चल चलते हैं और इसी के अनुसार अपनी बात भी रखते हैं. अपनी आत्मकथा ‘खामोश’ के पटना में विमोचन के एक दिन पहले आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा में तरजीह नहीं दिये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह घर की बात है. घर में दो-चार बरतन होते हैं तो वे ढंढ़नाते ही हैं. इसमें ऐसा नहीं कि भाजपा छोड़ कर चला जाऊं. शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने ही अंदाज में कहा कि अब छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी, मिल कर लिखेंगे नयी कहानी.
उन्होंने फिर से दोहराया कि भाजपा उनकी पहली और आखिरी पार्टी होगी. भाजपा में हैं और बने हुए हैं. पार्टी के आगे के कार्यक्रमों में वे नजर भी आयेंगे. उनके पास कुछ ऑफर भी थे, लेकिन वे भाजपा के साथ हैं और रहेंगे. भाजपा की ओर से उनके दल में राजनीति से संन्यास लेने के लिए 75 साल की उम्र निर्धारित करने के सवाल पर भाजपा सांसद ने कहा कि उनसे यह सवाल बहुत पहले पूछ लिया गया है. राजनीति से रिटायरमेंट का कोई इरादा नहीं है. अभी तो कई बारी आयेगी, जिसे हम और लोग हमको आजमायेंगे.
सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने अपने जीवन में हर मुकाम हासिल किया है. उनके लिए बाकी कुछ नहीं है. अब देश का सर्वोच्च पद राष्ट्रपति के रूप में उन्हें देखना चाहते हैं. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि उनकीआत्मकथा ‘खामोश’ सात साल में पूरी हुई. यह किताब वर्तमान से दोगुनी थी, लेकिन उसकी एडिटिंग की गयी है.