यद्यपि मैनेजमेंट मंदी को सामने रख कर अपनी बातें रख रहा है, लेकिन यूनियन का कहना है कि सम्मानजनक समझौता करना चाहिए. इसी तरह कई विभागों का री-ऑर्गेनाइजेशन भी रुका हुअा है इसका बेनीफिट भी यूनियन नये सिरे से तय करना चाहती है ताकि इसके समझौता के साथ ही कर्मचारियों को इसका लाभ भी मिल सके.
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टाटा स्टील: यूनियन पर बढ़ रहा चौतरफा दबाव, री-ऑर्गेनाइजेशन का लाभ अप्रैल तक
जमशेदपुर: टाटा स्टील में एलटीसी और री-ऑर्गेनाइजेशन बेनीफिट का समझौता अप्रैल माह में हो जायेगा. नये वित्तीय वर्ष में नयी सुविधाएं शुरू की जायेगी इसकी उम्मीद है. यूनियन की ओर से इस दिशा में कोशिश की जा रही है वहीं कर्मचारियों को भी इसका काफी दिनों से इंतजार है, वहीं एलटीसी को लेकर कमेटी मेंबरों […]
जमशेदपुर: टाटा स्टील में एलटीसी और री-ऑर्गेनाइजेशन बेनीफिट का समझौता अप्रैल माह में हो जायेगा. नये वित्तीय वर्ष में नयी सुविधाएं शुरू की जायेगी इसकी उम्मीद है. यूनियन की ओर से इस दिशा में कोशिश की जा रही है वहीं कर्मचारियों को भी इसका काफी दिनों से इंतजार है, वहीं एलटीसी को लेकर कमेटी मेंबरों द्वारा भी लगातार दबाव बनाया जा रहा है. इस संबंध में दो बार मीटिंग हो चुकी है और बीच का रास्ता निकालने की कोशिश हो रही है.
री-ऑर्गेनाइजेशन बेनीफिट. यूनियन और मैनेजमेंट के बीच अर्से पहले री-ऑर्गेनाइजेशन बेनीफिट का समझौता हुआ था, अब इसकी प्रक्रिया व मिलने वाली राशि में बदलाव जरूरी है
क्यों जरूरी है एलटीसी का समझौता
एक जनवरी 2016 से लंबित है एलटीसी का समझौता
तीन माह में कर्मचारियों को काफी नुकसान हो चुका है
एलटीसी की राशि बढ़ेगी तो गरमी की छुट्टियों में कर्मचारी उस पैसे का सदुपयोग कर सकेंगे
समय के साथ यात्रा महंगी हुई है, जिस कारण इसका रिव्यू जरूरी है
एरियर नहीं मिल पाता है, इसलिए समझौता होना जरूरी है
एलटीसी व री-ऑर्गेनाइजेशन बेनीफिट टॉप प्राथमिकता
एलटीसी समझौता में देर हो रही है. हम जल्द से जल्द समझौता करा लेने की कोशिश में हैं. इसके अलावा री-ऑर्गेनाइजेशन बेनीफिट भी जरूरी है. दोनों हमारी प्राथमिकता है.
-आर रवि प्रसाद, अध्यक्ष, टीडब्ल्यूयू
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