कोलकाता ब्यूरो
कोलकाता : न्यूज वेबसाइट नारद डॉट कॉम द्वारा तृणमूल कांग्रेस के आला नेताओं के घूस लेने के स्टिंग ऑपरेशन से विधानसभा चुनाव के पहले विवाद पैदाहो गयाहै. तृणमूल कांग्रेस ने इस स्टिंग ऑपरेशन को कुत्सा करार दिया है, जबकि विरोधी राजनीतिक दल माकपा व भाजपा ने इसे शर्मनाक करार देते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से तत्काल इस्तीफा की मांग की है और चुनाव आयोग से कार्रवाई करने की मांग की है.
माकपा ने राज्य में चुनाव स्थगित कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की. नारद न्यूज का दावा है कि यह स्टिंग ऑपरेशन दो वर्ष पहले लोकसभा चुनाव के पहले किया गया था. वेबसाइट ने तृणमूल कांग्रेस के 12 शीर्ष नेताओं, जिनमें कई सांसद, मेयर, मंत्री व पुलिस अधिकारी हैं, को एक कल्पित कंपनी इम्पैक्स कंसल्टेंसी के प्रतिनिधि से रुपये लेते दिखाया गया है. यह स्पष्ट नहीं है कि वे रुपये क्यों ले रहे हैं. कोलकाता के मेयर शोभन चटर्जी को यह बोलते सुना गया कि वह प्रतिनिधियों को चुनाव के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिला देंगे. उन्हें तौलिया में ली गयी रकम लपेटते हुए दिखाया गया. वहीं, मुकुल राय ने अपने विश्वासी सहयोगीको रकम देने की बात कही. फिरहाद ने कहा कि वह छोटी रकम नहीं लेते हैं. इस बाबत आरोप विधानसभा में विपक्ष के नेता डॉ. सूर्यकांत मिश्रा ने अपने विधानसभा क्षेत्र नारायणगढ़ में स्टिंग ऑपरेशन का उल्लेख करते हुए लगाया तथा भाजपा कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में स्टिंग ऑपरेशन की वीडियो दिखायी गयी और उसकी प्रति भी संवाददाताओं को दी गयी, हालांकि प्रभात खबर ने इस स्टिंग ऑपरेशन की वीडियो की सत्यता की जांच नहीं की है.
सूर्यकांत मिश्रा, सचिव, माकपा सचिव मंडली
चुनाव आयोग कार्रवाई करे. निरपेक्ष व निष्पक्ष चुनाव कराना चुनाव आयोग का दायित्व है. इस चुनाव में इस राशि का इस्तेमाल नहीं हो. यह निश्चित करना चुनाव आयोग का काम है. इस कारण चुनाव आयोग तत्काल चुनाव स्थगित करे और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाये. मेरी सुब्रत व सौगत के संबंध में ऐसी धारणा नहीं थी. यह शर्म की बात है कि यह सरकार अभी भी काम कर रही है.
सिद्धार्थ नाथ सिंह, प्रदेश भाजपा के केद्रीय उपप्रभारी
हम लोग चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे. चुनाव आयोग से अपील है कि घूस लेने वाले नेताओं को चुनाव लड़ने से वंचित किया जाये. मुख्यमंत्री के नेतृत्व में ये नेता काम कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए.
डेरेक ओ ब्रायन, तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता
यह कुत्सा, कुत्सा, कुत्सा है. वे लोग चनाव में व्यस्त हैं. जो भी कुत्सा का अभियान चलाना चाहता है. वे यह कर सकते हैं. यह पूरी तरह से छेड़छाड़ किया हुआ वीडियो है. हमारे राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी उन लोगों को राजनीतिक रूप से हरा नहीं सकते हैं. हरा सकते भी नहीं है. इस कारण ही यह कुत्सा है. पारदर्शिता का नाम ममता बनर्जी है और ममता बनर्जी का नाम पारदर्शिता है. 19 मई को जिस दिन चुनाव परिणाम निकलेगा. साफ हो हो जायेगा. यह गंदा राजनीतिक खेल है.
मुकुल राय, उपाध्यक्ष व सांसद, तृणमूल कांग्रेस
चुनाव के पहले यह राजनीतिक षड़यंत्र है. पार्टी को बदनाम करने की साजिश है. नकली वीडियो फुटेज है तथा पूरी तरह से वीडियो फुटेज से छेड़छाड़ की गयी है. इसके खिलाफ हम लोग कानून कार्रवाई करेंगे.
नारद न्यूज वेबसाइट का स्टिंग ऑपरेशन का आरोप
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अहमद मिर्जा : 5 लाख रुपये
पूर्व केंद्रीय व रेल मंत्री मुकुल राय : 20 लाख रुपये
पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री सुब्रत मुखर्जी : 5 लाख रुपये
पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद सुल्तान अहमद : 5 लाख रुपये
पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद सौगत राय : 5 लाख रुपये
सांसद व तृणमूल युवा कांग्रेस अध्यक्ष शुभेंदु अधिकारी : 5 लाख रुपये
सांसद कोकोली घोष दस्तीदार : 4 लाख रुपये
सांसद प्रसून बनर्जी : 4 लाख रुपये
कोलकाता के मेयर शोभन चटर्जी : 5 लाख रुपये
पूर्व परिवहन मंत्री मदन मित्रा : 5 लाख रुपये
विधायक इकबाल अहमद : 5 लाख रुपये
शहरी विकास मामलों के मंत्री फिरहाद हकीम : 5 लाख रुपये