मुजफ्फरपुर : सदर थाना क्षेत्र के खबड़ा डीह में गोली मारकर हत्या किये युवक की शिनाख्त पुलिस करजा थाना के खलीलपुर गांव निवासी के रुप में की है. मृतक के परिजनों ने भी एसकेएमसीएच पहुंच उसके शव की पहचान कर ली. पुलिस ने मृतक राजीव के शव को उसके परिजनों को सौंप दिया है. पुलिस उसके माता-पिता के आसनसोल से आने का इंतजार कर रही है. मृतक के परिजनों के यहां पहुंचने के बाद ही इस हत्याकांड के रहस्यों से पर्दा उठने की संभावना है. हालांकि उसके भाई राजवीर ने इस हत्याकांड में अपने ननिहाल के युवकों का हाथ होने की आशंका जाहिर की है. पुलिस से फोन पर बातचीत के क्रम में उसने तीन युवकों के नाम भी बताये है.
खबड़ा डीह गांव स्थित अरहर के खेत में मिले शव की पहचान करजा थाना के खलीलपुर निवासी राजीव कुमार सिंह के रुप में हो गयी है. राजीव के पिता राजनारायण सिंह का आसनसोल में व्यापार है. वे वहीं अपना मकान भी बना कर शिफ्ट हो चुके हैं. मृतक राजीव का ननिहाल वैशाली जिले के बलिगांव थाना अंतर्गत अगरैल टोले भगहां में है. ननिहाल के युवकों के साथ उसका काफी समय व्यतीत होता था. मृतक राजीव ने मैट्रिक की परीक्षा वर्ष 2006 में अशोक कुमार भरतीपुर हाईस्कूल से पास की थी.उसने हाजीपुर स्थित सत्येन्द्र नारायण सिंह कॉलेज से 2011 में बीकॉम पास किया था. इसके बाद वह मुजफ्फरपुर में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था. सदर थाना के भिखनपुरा गांव में किशोर सिंह के घर में किराये पर वह अपने भाई राजवीर व बहन रिमझिम के साथ रहकर रेलवे के प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में लगा था. एक माह पहले रिमझिम व मात्र 15 दिन पहले ही राजवीर यहां से आसनसोल गया था.
दो लाख रुपये के लिए बब्बू सिंह से चल रही थी अनबन
मृतक राजीव के भाई राजवीर ने बताया कि उसके किराये के मकान के पास ही उसके ननिहाल का एक युवक छोटू सिंह रहता था. राजीव की संगति ननिहाल के बब्बू,छोटू व सोनू से हो गयी थी. ये तीनों का रहन-सहन व चाल-चलन संदेहास्पद था. बब्बू ने कुछ ही दिन पूर्व उससे दो लाख रुपये कर्ज लिया था. इधर राजीव उससे बकाये रुपये को लौटाने का लगातार प्रयास कर रहा था. इसको लेकर दोनों के बीच अनबन चल रहा था.
हत्या से पहले छोटू के साथ था राजीव
राजवीर ने बताया कि हत्या से पहले उसका भाई मंगलवार के दिनभर छोटू के साथ था. छोटू,बब्बू व सोनू में गहरी मित्रता है. मंगलवार की रात ही उसके सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गयी. राजवीर ने बताया कि मंगलवार को किसी ने उसके भाई को बुलाया था. वह जल्दबाजी में कमरा खुला ही छोड़ कर चला गया था. सुबह में उसकी लाश मिली थी. उसने बताया कि भाई के हत्या के बाद बुधवार की अहले सुबह छोटू उसके कमरे में जाकर वहां से बोरे में सामान बांधकर ले गया. उसके बाद से छोटू गायब है. हर दिन साथ में रहनेवाला सोनू,छोटू व बब्बू घटना के बाद से मुहल्ले में भी नहीं देखा गया है. इसकी जानकारी उसे मकान मालिक ने दी.
पुलिस ने परिजनों को सौंपा शव
गुरुवार को जानकारी होते ही राजीव के परिजन एसकेएमसीएच पहुंच गये. शव को देखते ही उसके चाचा दिनेश सिंह व सरपंच बालाजी के साथ अन्य लोगों ने उसकी पहचान कर ली. इसके बाद पुलिस ने परिजनों को उसका शव सौंप दिया. मृतक राजीव के माता-पिता,भाई-बहन आसनसोल से अपने गांव खलीलपुर के लिए चल दिये है.