कोलकाता. राज्यसभा में माकपा सांसद ऋतब्रत बनर्जी के प्रश्न के जबाव में केद्र सरकार की व्यापार व वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि उत्तर बंगाल में डंकन समूह के बीरपाड़ा, गरगंडा, लंकापाड़ा, तुलसीपाड़ा, हंटापाड़ा, धुमचीपाड़ा व डिमडिमा चाय बागानों का सरकार ने अधिग्रहण नहीं किया है.
इसके लिए टी एक्ट 1953 के चेप्टर III के तहत टी बोर्ड ऑफ इंडिया को इन चाय बागानों का नियंत्रण अपने हाथ में लेने व जरूरी उपायों पर अमल करने के निर्देश दिया गया है.
साथ ही केंद्र सरकार ने चाय बागानों में श्रमिकों की भुखमरी की वजह से हुई मौतों के बारे में भी राज्य सरकार की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि इन चाय बागानों में किसी भी श्रमिक की मौत भुखमरी से नहीं हुई है. गौरतलब है कि कुछ महीनों पहले ही केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारामण उत्तर बंगाल के दौरे पर थी. उन्होंने यहां कि स्थिति का जायजा लिया था. जिसके बाद डंकन समूह के चाय बागानों के अधिग्रहण की खबरे चर्चा का विषय भी बनी और डंकन समूह की ओर से कलकत्ता हाईकोर्ट में इसके विरोध में एक मामला भी दर्ज कराया गया है. उसके बाद सांसद ऋतब्रत बनर्जी को दिए जबाव के बाद राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय है.