नयी दिल्ली : राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा काराज्यसभा मेंजवाब देते हुए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति जी के अभिभाषण में एक बात कही गई जिसका सकारात्मक प्रभाव पड़ा. उन्होंने कहा था सदन चलना चाहिए, संवाद होनी चाहिए. राष्ट्रपति जी की इस अपील का सांसदों पर प्रभाव पड़ा. पीएम ने कहा कि सदन चलने देने के लिए सभी बंधुओं का धन्यवाद.
पीएम ने कहा कि प्रश्नकाल सबसे ताकतवर होता है. सांसदों ने चर्चा में भाग लेकर देश को फायदा पहुंचाया है. पिछले बार की तुलना में इस बार का सत्र काफी फायदेमंद रहा. मंत्रियों को विपक्ष के सवाल का जवाब देने के लिए रात को जागकर तैयारी करनी पड़ रही है.
पीएम ने कहा कि किसी की मौत पर दोष मृत्यु को नहीं जाता है. इसी प्रकार कांग्रेस को वरदान प्राप्त है. जब हम कांग्रेस को जवाब देते हैं तो यह कहा जाता है कि विपक्ष पर हमला.जब हम मायावती जी को जवाब देते हैं तो कहा जाता है बसपा पर हमला. हम शरद यादव को जवाब देते हैं तो कहा जाता है जदयू पर हमला लेकिन कांग्रेस के साथ ऐसा नहीं है.
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोगों का दस साल पूरा हो रहा है तो भूले-बिसरे गीत सुनाई देंगे ही. लोकतंत्र को पुष्ट करने वाला माहौल बने. कई अहम बिल पास होने का इंतजार है.जीएसटी बिल को चर्चा का इंतजार है.उन्होंने कहा कि लोकसभा में जो बिल पारित हो चुके हैं उन्हें जल्द राज्यसभा में पास किया जाना चाहिए ताकि देश को गति मिले.दोनों सदनों में तालमेल जरूरी है.
पीएम मोदी ने कहा कि भाई-भतीजावाद से देश की छवि खराब हो रही है. सुशासन की पहली शर्त है पारदर्शिता. भ्रष्टाचार ने देश को जकड़ा हुआ है. हमारी सरकार ने पारदर्शिता पर बल दिया है.फोर्ब्स पत्रिका की खबर की चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने अपनी सरकार की पीठ थपथपाई और कहा कि इस पत्रिका में कोल आवंटन की तारीफ की गई है. कोयला खादान की नीलामी से सरकार को 3.36 लाख करोड़ की कमाई हुई है. पीएम ने कहा कि 300 प्रोजेक्ट को मैने खुद रिव्यू किया. 10 से 20 सालों से कई अहम प्रोजेक्ट रुके हुए थे.
पीएम मोदी ने कहा कि पर्यावरण मंजूरी के लिए राज्यों के अधिकार बढाए गए हैं. रेलवे के ठेके को जोनल स्तर तक पहुंचाया गया है. अब रेल रोड, पाईप लाईन, बिजली के लिए अब केंद्र के पास आने की जरूरत नहीं है. मोदी ने कहा कि गुलाम नबी आजाद ने विपक्ष में रहते हुए अच्छा काम किया. यदि यूपीए सरकार के वक्त वह ऐसा काम करते तो मुझे जन-धन योजना को चालू करने की जरूरत नहीं पड़ती. आपको बता दें कि आजाद ने इस योजना में गड़बड़ी को लेकर सरकार पर निशाना साधा था.
पीएम मोदी ने कहा कि पहले चंडीगढ़ में 30 लाख लीटर किरासन जाता था जिसकी कालाबाजरी होती थी. पूंजीपति इस कालाबाजारी का कारोबार करते थे, लेकिन सब्सिडी को आधार से जोड़ कर हमने इस पर लगाम लगाया. इस प्रकार की कोई कमी दिखे तो आप सरकार को बतायें. उन्होंने कहा कि गंगा सफाई पर राजीव गांधी ने बल दिया था लेकिन 30 साल के बाद आज भी गंगा गंदी है क्यों?
पीएम ने कहा कि स्किल डेवलपमेंट पर पहले की सरकार कोज्ञान था लेकिन काम नहीं करते थे. पहले केवल कमेटी बनती थी बैठक नहीं होती थी. हमारी सरकार में डेढ साल में स्किल डेवलपमेंट में ढाई गुना बढोतरी हुई है. ग्लोबल स्तर पर हमने ट्रेनिंग का काम किया. डेढ लाख छात्रों ने अतिरिक्त ट्रेनिंग ली.
पीएम ने कहा कि मुद्रा बैंक से सबसे ज्यादा फायदा एसटी, एससी और महिलाओं को मिल रहा है. मुद्रा बैंक से करोड़ों लोगों को धन दिया गया है. हमने बजट में किसानों पर बल दिया है. क्यों न 2020 तक किसानों की आय दोगुनी की जाए. मैंने गरीब किसानों को करीब से देखा है इसलिए ऐसा करना जरूरी है. सही दिशा में कोशिश की जाए तो कामयाबी मिलेगी.
पीएम ने किसानों की चर्चा करते हुए कहा कि स्वायल कार्ड सरकार उपलब्ध करा रही है. पहले किसान पड़ोसी किसान को देख कर यूरिया, खाद आदि अपने खेत में डालता था लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. किसान अपने खेत के अनुसार उर्वरक, बीज आदि का चयन कर सकेगा. मिट्टी परीक्षण की जाए तो इसका परिणाम सही आएगा. पीएम ने कहा कि हमने कोको कोला वालों को अपने पेय में 5 प्रतिशत संतरा मिलाने को कहा है जिससे विदर्भ के संतरा किसानों को फायदा होगा.
कांग्रेस पर हमला करते हुए पीएम ने कहा कि यह आपकी ही देन है कि हमें शौचालय बनाने पड़ रहे हैं. आपने ऐसा किया होता तो हमें काम करने की जरूरत नहीं होती. पहली बार हमारी सरकार में स्वच्छता पर चर्चा हुई. स्वच्छता जन आंदोलन की दिशा में जा रहा है.
पीएम ने कहा कि स्वच्छता से पर्यटन को बढावा मिल रहा है. गंदगी के कारण एक गरीब परिवार को कम से कम 7000 रुपये महीने दवा में खर्च करने पड़ते हैं. सरकार की खिंचाई करने वाली मीडिया भी स्वच्छता में सरकार के साथ है. उन्होंने छत्तीसगढ़ की गरीब महिला की याद ताजा करते हुए कहा कि वहां मैंने एक गरीब और बुर्जुग महिला के पैर छुए क्योंकि उसने अपनी तीन बकरियां बेच कर शौचालय का निर्माण करवाया.
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंत मेंनिदा फाजली को याद करते हुए कहा
सफर में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो
सभी हैं भीड़ में तुम भी निकल सको तो चलो
किसी के वास्ते राहें कहां बदलती है
तुम अपने आप को खुद ही बदल सको तो चलो
यहां किसी को कोई रास्ता नहीं देता
मुझे गिराके अगर तुम संभल सकोतोचलो
यही है जिंदगी कुछ ख्वाब, चंद उम्मीदें
इन्हीं खिलौने से तुम भी बहल सको तो चलो….