नयी दिल्ली : लुधियाना की रहने वाली 15 साल की जाह्वनी ने जेएनयू छात्र संघ के नेता और जेएनयू में अफजल गुरु को लेकर किये गये कार्यक्रम के दौरान कथित रूप से देशविरोधी नारेबाजी के मामले में फंसे कन्हैया कुमार को खुली बहस की चुनौती दे दी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कन्हैया के दिये गये भाषण की जाह्नवी ने घोर निंदा की है. उसने कहा, कि कन्हैया जिस तरह से देश के प्रधानमंत्री का अपमान कर रहे थे और उनके खिलाफ अपमानजनक बातें बोल रहे थे काफी शर्मनाक है. मैं उन्हें खुली बहस की चुनौती देती हूं. कन्हैया क्या साबित करना चाहते हैं. देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ इस तरह का बयानबाजी देश को बदनाम करने जैसा है.
एक गैरसरकारी संगठन की सक्रिय सदस्य और 10वीं की छात्रा जाह्नवी ने कहा, मैं किसी भी राजनीतिक दल की सदस्य नहीं हूं. लेकिन मोदी जी जो देश को पटरी में लाने की कोशिश में दिन रात लगे हुए हैं उसके बारे में इस तरह का बयान बरदास्त नहीं किया जा सकता है. मोदी की जगह कोई और भी प्रधानमंत्री होते और वो भी देश के लिए काम करते तो मैं उनका भी समर्थन करती.
जाह्नवी ने कहा, कन्हैया राजनीति से प्रेरित होकर इस तरह का बयानबाजी कर रहे हैं. अगर कोई देश के प्रधानमंत्री को ही भला-बूरा कहने लगे तो दुनिया के सामने देश की साख क्या बच पायेगी. मैं कन्हैया से इस विषय पर कभी भी बहस के लिए तैयार हूं.
जाह्नवी ने कहा, जेएनयू देश की एक प्रतिष्ठित संस्थान है, लेकिन उसके कैंपस के अंदर इस तरह की गति-विधि संदेहास्पद है. कुछ लोग अपनी राजनीतिक लाभ के लिए युवा वर्ग को भ्रमित कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश में लगे हुए हैं.
ज्ञात हो दिल्ली के तिहाड़ जेल से छूटने के बाद कन्हैया कुमार ने जेएनयू परिसर में एक सभा को संबोधित किया था. इसमें उसने जेएनयू में हुए कार्यक्रम के बारे में बताया और जेल में उसके साथ क्या-क्या हुआ ऐ सारी बातें बतायी. इस दौरान उसने भाजपा,आरएसएस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जमकर कोसा और भला-बूरा कहा. कन्हैया का यह भाषण काफी वायरल हुआ.