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1990 के बाद गरीबों को मिली मानसिक आजादी : लालू प्रसाद
भाजपा का अपना संविधान, देश के संविधान को नहीं मानती आरक्षण को नेस्तेनाबूत करने की हुई साजिश पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने कहा कि देश को 1947 में आजादी मिल गयी थी, लेकिन बिहार के गरीबों को 1990 के बाद मानसिक आजादी मिली. लोग पहले अपनी जाति छिपाते थे. मुसहर समेत अन्य कई […]
भाजपा का अपना संविधान, देश के संविधान को नहीं मानती
आरक्षण को नेस्तेनाबूत करने की हुई साजिश
पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने कहा कि देश को 1947 में आजादी मिल गयी थी, लेकिन बिहार के गरीबों को 1990 के बाद मानसिक आजादी मिली. लोग पहले अपनी जाति छिपाते थे. मुसहर समेत अन्य कई जातियों के टोलों तक सड़क भी नहीं होती थी. शादियों में दूल्हे को लोग कंधे पर टांग कर ले जाते थे. राजद सुप्रीमो संत शिरोमणि रविदास की राज्यस्तरीय जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वे अपनी बड़ाई नहीं कर रहे हैं, लेकिन यह सच है कि गरीबों को 90 के बाद ही मानसिक रूप से आजादी मिली. लालू प्रसाद ने कहा कि भाजपा और आरएसएस को देश का संविधान स्वीकार्य नहीं है.
उनके गुरु गोलवरकर हैं और उनका लिखा अलग संविधान है. वंच ऑफ थॉट यानि विचारों की मोटरी. उसमें लिखा है कि दलित, गरीब, दबे कुचले को आरक्षण नहीं मिलना चाहिए. इसलिए नरेंद्र मोदी, भाजपा और आरएएस को लग रहा है कि यही मौका है सब को साफ कर दिया जाये. बिहार चुनाव से पहले ही वे अपनी मंशा जाहिर कर चुकी थे, तो हम खड़े होकर दलितों की बात रखते थे कि कौन माइ का लाल है कि आरक्षण छीन सकता है. लालू प्रसाद ने कहा कि रविदास समाज के लोग खंडित ना हों. जयंती समारोह का आयोजन रविदास चेतना मंच की ओर से किया गया. इस मौके पर रविदास चेतना मंच के अध्यक्ष सह कला संस्कृति मंत्री शिवचंद राम, मंत्री संतोष निराला, विधायक श्याम रजक, चंदन राम ने भी विचार रखे.
कार्यक्रम में देर हो, पर बैठिए नीतीश जी
हम और नीतीश जी देश को बचाने के लिए एक हुए हैं. नीतीश जी को पुलिस के कार्यक्रम में जाना है, लेकिन अगर यह चले जाते और हम बैठे रह जाते तो खबर चलती कि लालू बैठे रह गये, नीतीश चले गये. इसलिए, नीतीश जी को कहा कि कार्यक्रम में लेट हो जाये, पर आप बैठिए.
भाइयों को तसल्ली दे रहे रामविलास पासवान
लालू प्रसाद ने कहा कि रामविलास पासवान के भाई-भतीजा, दामाद चुनाव में उतरे. हमारे दोनों बेटे जीत गये और उनके परिवार वाले हार गये. अब अपने भाइयों को संतुष्ट करने के लिए रामविलास कह रहे हैं कि दो साल में मध्यावधि चुनाव होगा. आइए ना चुनाव करवा लीजिए.
देश को तोड़ने के लिए राष्ट्रवाद का नारा
लालू प्रसाद ने कहा कि देश को तोड़ने की साजिश हो रही है. चुनाव नजदीक है तो राष्ट्रवाद का नारा दिया जा रहा है. समय निकल गया है और काम कुछ हुआ नहीं, इसलिए केंद्र में बैठे लोग ऐसा कर रहे हैं. रोहित वेमुला की आत्महत्या से ध्यान हटाने के लिए जेएनयू में कन्हैया को फंसया गया. बिहार में जंगलराज-जंगलराज प्रचारित किया गया.
राजद सुप्रीमो ने कहा कि मेरा क्या अपराध है? हमने कहा कि जातीय जनगणना कराओ और कौन सी जाति कितनी है, इसका पता चल सकेगा. जाति की आबादी के हिसाब से आरक्षण मिले. हर तीसरा परिवार भूमिहीन है, 51 फीसदी दिहाड़ी मजदूर हैं, ये कौन हैं यह नहीं बताया गया.
लालू प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार ने प्रयास किया है और हमलोगों ने मिल कर सात निश्चय तय किये हैं. यह संकल्प है, जिसे पूरा करना है. गरीब के घरों में नल का पानी, शौचालय, सड़क, बिजली दी जायेगी. ‘गांव-गांव में बिजली जरी, गरीब के लइका मुफ्ते पढ़ी.’ नौकरी खोजने के लिए दो साल तक एक-एक हजार रुपये भत्ता के रूप में मिलेगा. 12वीं के बाद पढ़ाई के लिए चार लाख तक का लोन स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के जरिये दिया जायेगा.
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