पटना : बिहार के वरिष्ठ भारतीय प्रशासनिक सेवा :आइएएस: अधिकारी सुधीर कुमार राकेश ने प्रशासनिक स्तर पर हुए बदलाव के कारण उनकी वरीयता में बाधा उत्पन्न होेने और विभागीय कामकाज में विभिन्न स्तरों से ‘हस्तक्षेप’ किए जाने से नाराज होकर इस्तीफा देने की पेशकश की है.
1983 बैच के राकेश ने कल देर शाम मुख्य सचिव अंजनी कुमार से मुलाकात कर अपना इस्तीफा का प्रस्ताव उन्हें सौंपा. पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव राकेश ने बिहार विधानसभा के गेट पर आज पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि उन्होंने अपने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफे की पेशकश की है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके कक्ष में मुलाकात कर मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह के साथ सदन के मुख्य द्वार पहुंचे राकेश ने इस विषय अधिक बात किये बगैर सिंह के साथ एक कार में बैठकर रवाना हो गये. इस बारे में मुख्य सचिव से पूछे जाने पर उन्होंने केवल इतना कहा कि राज्य सरकार मामले को देखेगी.
पूर्व में बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी तथा पिछले वर्ष बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान निर्वाचन आयोग द्वारा गृह सचिव के पद पर तैनात किए गये राकेश अगस्त 2017 में सेवानिवृत्त होने वाले हैंऔर प्रदेश में हाल में किए गये प्रशासनिक फेरबदल से नाराज होेने की चर्चा है.
मुख्यमंत्री के अगले पांच सालों के दौरान ‘सात निश्चय’ को कार्यान्वित करने के लिए गठित बिहार विकास मिशन के निदेशक पद पर एक कनिष्ठ अधिकारी को नियुक्त किए जाने ने बिहार में कई वरिष्ठ आइएएस अधिकारी नाराज हैं क्योंकि विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को मिशन के बैनर तले कार्य करना है जिसके सदस्यों में हाल में संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी शामिल हैं.