ज्यूरिख : फीफा के सदस्य आज नया अध्यक्ष चुनेंगे और सुधारवादी कदमों को स्वीकृति देंगे जिससे उन्हें उम्मीद है कि दागी प्रशासक सेप ब्लाटर के नेतृत्व में हुए विवादों से बाहर निकलने का रास्ता खुल जाएगा.
यह बहुप्रतीक्षित अध्यक्ष मुकाबला मुख्य रूप से एशिया बनाम यूरोप का मुकाबला बन गया है जिसमें शेख सलमान बिन इब्राहिम अल खलीफा और जियानी इनफेंटीनो के बीच सीधा मुकाबला है.फीफा के पूर्व उपाध्यक्ष प्रिंस अली बिन अल हुसैन हालांकि उलटफेर की कोशिशों में जुटे हैं.
फीफा के पूर्व अधिकारी जिरोम शैंपेन और दक्षिण अफ्रीका के बडे उद्योगपति तोक्यो सेहवाले भी ज्यूरिख में 200 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों के बीच अध्यक्ष पद के लिए चुनौती पेश करेंगे.चुनाव का नतीजा अनिश्चित है और विशेषज्ञों का मानना है कि नये अध्यक्ष के होने के बाद भी फुटबाल प्रशासक कई देशों में भ्रष्टाचार की जांच से नहीं बच पाएंगे.
स्विट्जरलैंड के 79 वर्षीय ब्लाटर ज्यूरिख में चुनाव के दौरान मौजूद नहीं रहेंगे. ब्लाटर पर नैतिकता के उल्लंघन के लिए फुटबाल से छह साल का प्रतिबंध लगाया गया है और उन्हें आपराधिक आरोपों का सामना भी करना पड़ सकता है.