विभागों के बीच समन्वय का अभाव और योजना के प्रति लापरवाही का नतीजा बच्चों को भुगतना पड़ रहा है. जिले के लाखों बीमार बच्चे इस योजना के लाभ से अभी तक वंचित हो रहे हैं. शिक्षा विभाग बेहत लापरवाह दिखता है.
जानकारों का कहना है कि विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की उपस्थिति कम होने के कारण इस काम में ज्यादा बाधा है. स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में जितने बच्चों के नामांकन दिखाये गये, उस संख्या में बच्चे नहीं पाये जाते. इस कारण स्वास्थ्य जांच और हेल्थ कार्ड का लक्ष्य पूरा करने में कठिनाई है. टीम में शामिल आयुष चिकित्सक कहते हैं कि नोटिस देने के बाद भी बच्चों को उपस्थित नहीं कराया जाता.