प्रहलाद कुमार
पटना : इस साल महाशिवरात्रि सात मार्च यानी सोमवार को है. सोमवार और प्रदोष व महानिशा दोनों समय चतुर्दशी मिल रही है. ऐसे में यह अपने आप में अत्यंत पुण्य फलकारक है. भक्त सामर्थ्य व सुविधा के अनुसार जलाभिषेक, रुद्राभिषेक दर्शन पूजन रात्रि जागरण कर यह पर्व मना सकते हैं. महाशिवरात्रि का पारण आठ मार्च मंगलवार को 9.15 तक कर लेना होगा. इधर, इसको लेकर मंदिरों में अभी से ही तैयारी शुरू हो गयी है. महावीर मंदिर, खाजपुरा, बोरिंग रोड चौराहा, कंकड़बाग पंचमुखी हनुमान मंदिर, गाय घाट सहित तमाम शिव मंदिर में पूजा की बुकिंग को लेकर भक्त आने लगे हैं.
महावीर मंदिर में बुकिंग फुल
जंकशन स्थित महावीर मंदिर में 14 दिन पहले ही रुद्राभिषेक को लेकर बुकिंग फुल हो चुकी है. मंदिर के प्रशासनिक प्रभारी भवनाथ झा ने बताया कि परिसर में तीनों तल्लों पर उस दिन 54 रुद्राभिषेक होंगे, जिसके लिए बुकिंग फुल हो चुकी है. पूजा शुल्क 1001 रुपया व 1501 रुपया रखा गया था. बोरिंग रोड चौराहा शिव मंदिर में भी आठ बुकिंग हुई है.
क्यों मनाते हैं महाशिवरात्रि
महा शिवरात्रि का पर्व फाल्गुन माह के कृष्ण चतुर्दशी के दिन मनाया जाता है. इस दिन शिव व शक्ति का मिलन हुआ था. जो कोई भी महा शिवरात्रि का व्रत करता है साथ ही पूरे विधि विधान से शिव जी की पूजा करता है महादेव और माता पार्वती की कृपा उस पर हमेशा बनी रहती है
पूजा की सामग्री
भांग, धतुरा, बेलपत्र, और शुद्ध जल, गंगाजल, दीप, धूप,अगरबत्ती, इत्र, फल, फूल, पांच तरह के मेवे, नारियल
चंदन, रोली, हल्दी, अष्टगंध (शृंगार के लिए), पंचामृत (अभिषेक के लिए) इसे पूजा के बाद प्रसाद के रूप में भी ले सकते हैं.