– कन्हैया के घर पहुंचे वामदलों के नेता
– केंद्र सरकार पर बोला जोरदार हमला
गढ़हारा/बीहट : जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी के बाद जिले की राजनीति गरमाती जा रही है. शुक्रवार को छह वामदलों के राज्य नेतृत्व संयुक्त रूप से कन्हैया के घर पहुंच कर उनके माता-पिता और परिजन से मुलाकात की.
इस दुख की घड़ी में उनके साथ हर तरह से खड़ा होने का भरोसा दिया. वाम ब्लॉक के इस प्रतिनिधिमंडल में भाकपा के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह, माकपा राज्य सचिव अवधेश कुमार, फॉरवड ब्लॉक के प्रदेश अध्यक्ष अशोक कुमार, आरएसपी महेश कुमार, एसयूसीआइ के अरुण कुमार सिंह, भाकपा राज्य सचिव सचिव मंडल सदस्य राजेंद्र सिंह, अरुण कुमार मिश्र, एटक राजाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद सिंह, सीपीआइ के जिला सचिव गणेश प्रसाद सिंह, भाकपा माले के जिला सचिव दिवाकर, सीपीआइएम नेता सुरेश प्रसाद सिंह शामिल थे. बाद में प्रतिनिधिमंडल ने प्रेस वार्ता को संबोधित किया.
प्रेस वार्ता के दौरान भाकपा राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि कन्हैया की गिरफ्तारी केंद्र में भाजपा सरकार अलोकतांत्रिक और पूरी तरह से फासीवादी कदम है. वामदल भाजपा के इस कुकृत्य का बेगूसराय से दिल्ली तक कन्हैया की रिहाई के लिए आंदोलन करेगा. आरएसएस के निर्देश पर भाजपा जेएनयू जैसे ख्यातिप्राप्त विश्वविद्यालय को बंद करने की साजिश कर रही है. वामपंथी दल 23 से 15 फरवरी तक पूरे बिहार में मोदी सरकार के इस असंवैधानिक कदम के विरोध में विरोध दिवस मनायेगा. 23 फरवरी को बेगूसराय बंद का एलान किया. सीपीआई एम के राज्य सचिव अवधेश कुमार ने कहा कि जेएनयू देश की शान है.
कन्हैया को झूठे आरोप में गिरफ्तार किया गया है. जो निंदनीय है. उन्होंने कहा कि पटियाला कोर्ट में वकील के वेश में आरएसएस के गुंडे द्वारा कन्हैया पर हमला किया गया. भाजपा विधायक ओपी शर्मा ने कन्हैया समर्थक को खुलेआम पीटा. सीपीआइएम महासचिव सीताराम येचुरी, सीपीआइ नेता डी राजा को जान से मारने की धमकी दी गयी है. एसयूसीआइ के अरुण कुमार ने कहा कि वामपंथी देश भक्त है. अंगरेजों की चाकरी करनेवाले और गांधी के हत्यारे गोड्से के शिष्य आरएसएस भाजपा से वामपंथियों को प्रमाणपत्र की आवश्यकता नहीं है.
फॉरबर्ड ब्लॉक के प्रदेश अध्यक्ष अशोक कुमार ने कहा कि भाजपा का जनतंत्र विरोधी चेहरा सामने चुका है. मौके पर प्रगतिशील लेखक संघ के राज्य कार्यकारिणी अध्यक्ष राजेंद्र राजन, प्रलेस जिला सचिव राम पुकार सिंह, भाकपा नेता रामरतन सिंह, माले नेता चंद्रदेव वर्मा, विनीताभ आदि उपस्थित थे.