दरभंगा : शहर में एक ही दिन दो विश्वविद्यालयों में राज्यपाल सह कुलाधिपति रामनाथ कोविंद एवं केंद्र सरकार के नयी शिक्षा नीति के अध्यक्ष प्रो जगमोहन सिंह राजपूत की उपस्थिति में अलग-अलग दीक्षांत समारोह कर बुधवार को दरभंगा ने नया इतिहास रचा. देश के कई शहरों में अनेक विश्वविद्यालय हैं लेकिन वार्षिक दीक्षांत समारोह एक साथ सभी विश्वविद्यालय में हों, ऐसा प्राय: नहीं होता. दरभंगा में भी इससे पूर्व ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में पांच एवं संस्कृत विश्वविद्यालय में चार दीक्षांत समारोह हुए थे. लेकिन एक ही दिन दोनों विश्वविद्यालयों में दीक्षांत समारोह का आयोजन पहली बार हुआ. वैसे कई मायनों में इन दोनों विश्वविद्यालयों की चर्चा राष्ट्रीय स्तर पर की जाती है.
एक ही परिसर में दो विश्वविद्यालय होने का गौरव देश में शायद ही हो. दरभंगा महाराज की सदाशयता एवं उनके अनन्य शिक्षा प्रेम का ही परिणाम है कि महज एक किलोमीटर की परिधि में ही दोनों विश्वविद्यालय हैं. बुधवार को कुलाधिपति सह राज्यपाल करीब पांच घंटे के दरभंगा प्रवास के दौरान दोनों विश्वविद्यालयों में आयोजित दीक्षांत समारोह के साक्षी बने. उन्होंने दोनों विश्वविद्यालयों की ओर से किये जा रहे कार्यों की सराहना कर लोकोपयोगी एवं युगानुकूल बच्चों को प्रशिक्षित करने का आह्वान किया.