अमरीकी वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्होंने गुरुत्वाकर्षण तरंगों का पता लगा लिया है.
वैज्ञानिकों के मुताबिक़ गुरुत्वाकर्षण तरंगों के पता लगने से ब्रह्मांड के बारे में समझ का नया युग शुरू होगा.
प्रख्यात वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टाइन की ‘जनरल रिलेटिविटी’ के सिद्धांत के मुताबिक़ गुरुत्वाकर्षण तरंगें रोशनी की रफ़्तार से यात्रा करती हैं.
लीगो ऑब्ज़र्वेटरी के शोधकर्ताओं ने कहा है कि उन्होंने दो ब्लैकहोलों की टक्कर से निकलने वाली तरंगों का पता लगाया.
लीगो प्रॉजेक्ट के कार्यकारी निदेशक डेविड रेइट्ज़ ने वॉशिंगटन में कहा, "हमने गुरुत्वाकर्षण तरंगों का पता लगा लिया है."
बीबीसी से बातचीत में मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फ़ॉर ग्रेविटेशनल फ़िज़िक्स और लेबनीज़ यूनिवर्सिटी के प्रॉफ़ेसर कार्स्टन डान्ज़मैन ने इस शोध को डीएनए के ढांचे की समझ विकसित करने और हिग्स पार्टिकल की खोज जितना अहम बताया.
उन्होंने कहा, "इसमें नोबेल पुरस्कार छिपा है."
उनके मुताबिक़ पहली बार गुरुत्वाकर्षण तरंगों और ब्लैकहोल का प्रत्यक्ष तौर पर पता लगा. इससे आइंस्टाइन की सौ साल पुरानी भविष्यवाणी सिद्ध होती है.
वैज्ञानिकों का दावा है कि पृथ्वी से अरबों प्रकाश वर्ष दूर दो ब्लैकहोलों के टकराने पर स्पेस और समय के संबंध का पता लगा है.
अपेक्षित सिग्नल बहुत सूक्ष्म हैं और ‘इंटरफ़ेरोमीटर्स’ नाम की मशीनों में एक अणु की चौड़ाई के एक हिस्से के बराबर हरकत दर्ज कराते हैं.
इससे सालों से चल रही गुरुत्वाकर्षण तरंगों की खोज का अंत होने की उम्मीद है और ब्रह्मांड के जन्म से जुड़े ‘बिग बैंग’ के सिद्धांत को समझने के लिए नई खिड़की खुल सकेगी.
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