जामताड़ा : जामताड़ा जेबीसी प्लस टू उच्च विद्यालय मैदान में गुरुवार को झारखंड विकास मोरचा द्वारा राशन दो, किरासन दो नहीं तो गद्दी छोड़ दो कार्यक्रम के तहत कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया. इसमें मुख्य रूप से झाविमो सुप्रिमो बाबूलाल मरांडी, केंद्रीय उपाध्यक्ष डॉ सबा अहमद, पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव, मिस्त्री सोरेन उपस्थित थे. सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री मरांडी ने कहा : जता अलग झारखंड इसलिए चाहती थी
कि झारखंड के लोगों को नौकरी और उन्हें उनका अधिकार मिले. लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो रहा है. झारखंड में खादान और खनिज संपदा भरा होने के बावजूद भी यहां के लोगों को रोजगार के लिए बाहर जाना पड़ता है. झारखंड की धरती में कई कल कारखाना खुले लेकिन झारखंड के लोगों का वहां नौकरी नहीं मिली. झारखंड के लोगों की जमीनें गयी, यहां के लोग बेघर हो गये, लेकिन यहां के लोगों को जो हक बनता था वो नहीं मिल पाया. पुनार्वास भी नहीं हो पाया. कहा कि झारखंड के बच्चे झारखंड में चपरासी, सिपाही, थानेदार, बीडीओ एवं सीओ नहीं बनेंगे तो फिर झारखंड के बच्चे क्या छत्तीसगढ़, बंगाल तथा बिहार में नौकरी ले सकेंगे क्या. झारखंड में भी अगर नौकरी नहीं मिलता है तो हमें क्या करना चाहिए, सरकार को उखाड़ फेंकना है, सरकार को चलने नहीं देना है. इसके लिए हमलोगों को तैयार होना पड़ेगा. गांव के लोगों को तैयार करना पड़ेगा. झारखंड के बच्चे को उनका हक अगर हम लोग सुनिश्चित नहीं करा पायें तो फिर झारखंड बनने का कोई मतलब नहीं रह जायेगा.
इसलिए यह लड़ाई हमलोग लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा सरकार ऐसी नहीं सुनेगी सरकार को सुनाने के लिए हमलोगों को जोरदार आंदोलन करना पड़ेगा. गांव-गांव में जाकर हमें नौजवानों को मां-बहनों को जागरूक करना होगा. साथ ही कहा कि झारखंड के लोगों को राशन व किरासन नहीं मिल पा रहा है. कई गरीबों का कार्ड नहीं बन पाया है. अभी कई परिवार का नाम राशन कार्ड में नहीं है.