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प्रखंड मुख्यालय में नहीं रहते अफसर-कर्मी
मनमानी. कुछ जिला मुख्यालय से, तो कुछ अनुमंडलीय मुख्यालय से करते हैं आना-जाना मेदिनीनगर : प्रखंड स्तर के पदाधिकारी व कर्मी प्रखंड मुख्यालय में ही रहें, यह निर्देश है. इसे लेकर अब जो नये प्रखंड कार्यालय भवन बन रहे हैं, उसके साथ-साथ बीडीओ और सीओ का आवास भी बन रहा है, ताकि कार्य का एक […]
मनमानी. कुछ जिला मुख्यालय से, तो कुछ अनुमंडलीय मुख्यालय से करते हैं आना-जाना
मेदिनीनगर : प्रखंड स्तर के पदाधिकारी व कर्मी प्रखंड मुख्यालय में ही रहें, यह निर्देश है. इसे लेकर अब जो नये प्रखंड कार्यालय भवन बन रहे हैं, उसके साथ-साथ बीडीओ और सीओ का आवास भी बन रहा है,
ताकि कार्य का एक बेहतर माहौल तैयार हो. पूर्व में जब यह आदेश निर्गत हुआ था, तो उस समय यह भी कहा गया था कि यदि प्रखंडों में सरकारी आवास उपलब्ध नहीं है, तो किराये के मकान में भी बीडीओ और सीओ रहें. फिलहाल पलामू के कई प्रखंड आज भी ऐसे हैं, जहां बीडीओ और सीओ रात में नहीं रहते. वे जिला मुख्यालय में रहते हैं और कुछ अनुमंडलीय मुख्यालय में. लोगों का कहना है कि बीडीओ और सीओ की बात छोड़ भी दी जाये, तो राजस्व कर्मचारी व पंचायत सेवक भी प्रखंड मुख्यालय में नहीं रहते. उनका जिला मुख्यालय से ही आना-जाना होता है. कहां क्या है स्थिति, इस पर एक रिपोर्ट :
नौडीहा
अनुमंडलीय मुख्यालय में रहते हैं बीडीओ
नौडीहा में भी न तो पदाधिकारी रहते हैं और न ही कर्मी. नौडीहा के बीडीओ राजेश एक्का छतरपुर अनुमंडलीय मुख्यालय में सरकारी आवास में रहते हैं. कर्मी भी सभी जिला मुख्यालय से ही आते हैं. बीडीओ राजेश एक्का का कहना है कि अभी नौडीहा में पदाधिकारियों का आवास बन रहा है, पूर्ण होते ही वे उसमें शिफ्ट कर जायेंगे. उसके बाद प्रयास करेंगे कि कर्मी भी प्रखंड मुख्यालय में रहें. जो आदेश है, उसका पालन होगा.
आवास है पर नहीं रहते बीडीओ
मोहम्मदगंज. मोहम्मदगंज में बीडीओ का आवास बना है. लेकिन बीडीओ नहीं रहते. बताया गया कि दो साल पहले आवास बन कर तैयार है, लेकिन अभी तक वह सूना पड़ा है. मोहम्मदगंज बीडीओ उमेश मंडल अनुमंडलीय मुख्यालय हुसैनाबाद में रहते हैं. पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह सरकारी आवास प्रखंड मुख्यालय में नहीं रहते, इसकी सूचना उपायुक्त को दे दी है. सुरक्षा कारणों से वहां रहना मुश्किल है.
क्या होता लाभ
यदि प्रखंड मुख्यालय में पदाधिकारी व कर्मी रहें, तो बेहतर कार्य-संस्कृति तैयार होगी. समय से कर्मी आयेंगे और बेहतर माहौल बनेगा. इसके साथ इलाके के लोगों को भी सहुलियत होगी. कई बार पदाधिकारी जब प्रखंड में नहीं जाते हैं और कोई आवश्यक काम हो, तो लोगों को जिला मुख्यालय आना पड़ता है.
जानकारी के बाद कार्रवाई होगी : डीसी
उपायुक्त के श्री निवासन ने कहा कि सभी प्रखंड मुख्यालय में पदाधिकारी व कर्मी रहें, इसे सुनिश्चित कराया जायेगा. कुछ जगहों पर भवन को लेकर कठिनाई है, वैसे प्रखंडों की सूची बनाकर भेजी गयी है. जल्द ही वहां पदाधिकारी व कर्मियों के रहने के लिए आवास बनेंगे. जहां आवास है, यदि उसके बाद भी पदाधिकारी व कर्मी वहां नहीं रहते हैं, तो इस संबंध में जानकारी मिलने के बाद कार्रवाई होगी. तरहसी में आवास बना है, वहां बीडीओ रह भी रहे हैं.
चैनपुर
शहर से सटे चैनपुर में भी नहीं रहते पदाधिकारी
प्रमंडलीय मुख्यालय से सटा है चैनपुर प्रखंड. जिला मुख्यालय से इसकी दूरी लगभग चार किलोमीटर है. यहां भी प्रखंड मुख्यालय में अधिकारी व कर्मचारी नहीं रहते. सभी का आवास जिला मुख्यालय में ही है.
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