नयी दिल्ली : विराट कोहली के शानदार प्रदर्शन से प्रभावित भारतीय टीम के निदेशक रवि शास्त्री ने आज कहा कि यह विस्फोटक बल्लेबाज वेस्टइंडीज के महान क्रिकेटर विव रिचर्ड्स की छवि लगता है और अपने बल्ले को ऐसे चलाता है जैसे कोई तलवारबाज अपनी तलवार.
शास्त्री ने अगले महीने घरेलू मैदान पर होने वाले विश्व टी-20 से पहले मौजूदा भारतीय टीम का आकलन करते हुए कहा, ‘‘कोहली की बल्लेबाजी के कुछ शाट्स मुझे विव (रिचर्ड्स) की याद दिलाते हैं — जैसे यह महान खिलाडी खेल के जिस भी प्रारुप में खेलता था, अपना दबदबा बनाये रखता था. ‘ इस तुलना को अनदेखा भी नहीं किया जा सकता क्योंकि रिचर्ड्स ने खुद कहा कि वह उन्हें इस भारतीय बल्लेबाज में अपनी थोड़ी सी छवि दिखती है, जिससे कोहली को भी विश्वास नहीं हुआ था.
कोहली ने हाल में आस्टे्रलिया के खिलाफ सभी तीनों टी20 मैचों में अर्धशतक जडे थे और वनडे में भी दो शतक ठोके थे। शास्त्री को लगता है कि कोहली, रोहित शर्मा और शिखर धवन ‘दुनिया के तीन सर्वश्रेष्ठ’ खिलाड़ी हैं. उन्होंने कहा, ‘‘शिखर शीर्ष पर आक्रामकता दिखाने की कुव्वत है और एक बार वह जम जाये तो उसे रोकना मुश्किल है. रोहित बेहतरीन क्लास का क्रिकेटर है, वह विस्फोटक है. वहीं विराट विपक्षी टीम की गेंदबाजी की धज्जियां उड़ा देता है. वह अपने बल्ले का इस्तेमाल ऐसे करता है जैसे तलावरबाज अपनी तलवार चलाता है.
कोहली ने 2014 में इंग्लैंड के खराब दौरे के बाद वापसी करने का श्रेय शास्त्री को दिया था। पहले वह आफ स्टंप पर हर गेंद पर बल्ला लगाने की कोशिश करते थे लेकिन अब उन्होंने क्रीज के बाहर खड़े होकर, ‘मिडिल आफ गार्ड’ कर और अपने स्टांस में पैर की दूरी ठीक कर संतुलन बिठा लिया है. शास्त्री ने इस बारे में कहा, ‘‘ये सब चीजें मामूली थीं. महत्वपूर्ण चीज यह थी कि वह इसकी कोशिश करने के लिये तैयार था. ‘
शास्त्री ने जोर दिया कि मौजूदा भारतीय टीम सिर्फ व्यक्तिगत खिलाड़ियों से कहीं ज्यादा मजबूत है तथा टेस्ट और टी20 रैंकिंग में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ और वनडे रैंकिंग में दूसरे नंबर की टीम होने के पीछे भी एक कारण है. उन्होंने कहा, ‘‘वे :टीम के खिलाडी: एक दूसरे की सफलता के लिए खेलते हैं और खेल के सभी तीनों विभागों में काफी बडा सुधार हुआ है. अगर मुझे इनमें से एक चीज चुननी हो जिसमें पिछले 14 महीने में सबसे ज्यादा सुधार हुआ है तो यह क्षेत्ररक्षण ही होगा.