लखनऊ : कांग्रेस ने आज केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर देश के गरीबों को रोजगार की गारंटी देने वाली योजना ‘मनरेगा’ को खत्म करने की साजिश रचने का आरोप लगाते कार्यकर्ताओं का गांव-गांव जाकर इसे बेनकाब करने का आह्वान किया. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री ने आज मनरेगा कानून के लागू होने के दस वर्ष पूरे होने पर आयोजित मनरेगा सम्मेलन में कहा कि केंद्र की पूर्ववर्ती कांग्रेसनीत सरकार ने गरीबों को कम से कम 100 दिन के रोजगार की गारंटी देने के प्रावधान वाली दुनिया की अनूठी ‘मनरेगा’ योजना शरु की थी, जिससे गरीब तबकों को व्यापक लाभ भी मिला था.
उन्होंने कहा कि आज केंद्र की मोदी सरकार एक तरफ जहां इस योजना की तारीफ करती है वहीं मनरेगा को बंद करने के लिए षडयंत्र रच रही है, जिसको कांग्रेसजनों को बेनकाब करना है तथा अपने-अपने जिलों में, ब्लाक में, गांवों में मनरेगा में श्रमिकों को काम मिले, उनकी मजदूरी मिले, इसके लिए संषर्घ करने की आवश्यकता है. ‘ मिस्त्री ने कहा कि मनरेगा पर अमल की निगरानी करना सभी कांग्रेसजनों का दायित्व है, ताकि गरीबों को इसका लाभ मिल सकें. सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल खत्री ने कहा कि तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार ने मनरेगा कानून बनाकर श्रमिकों और गरीबों को रोजगार का अधिकार प्रदान किया था.
उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार इस अधिकार पर कुठाराघात कर रही है और प्रदेश की अखिलेश सरकार शुरू से ही इस पर कुठाराघात करके श्रमिकों से उनका अधिकार छीनने का प्रयास कर रही है.