जम्मू : जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एन एन वोहरा से मुलाकात करने के बाद पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने आज भी सरकार के गठन को लेकर संशय बरकरार रखा और भाजपा के साथ गठबंधन के लिए राज्य में शांति एवं विकास को लेकर केंद्र की ओर से विश्वास बहाली के कदम उठाने तथा कुछ दूसरी शर्तें रख दीं.
वोहरा से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत में महबूबा ने कहा कि अगर नयी सरकार का गठन होना है तो इस राज्य में ‘अच्छे माहौल, दायरे और प्रोत्साहन’ की जरुरत है. उन्होंने कहा कि उनके मरहूम वालिद मुफ्ती मोहम्मद सईद ने ‘अपने राजनीतिक’ करियर की परवाह किए बिना इस उम्मीद के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ गठबंधन किया था कि केंद्र जम्मू-कश्मीर को मुश्किल हालात से बाहर निकालेगा.
करीब एक महीने पहले सईद के निधन के बाद से राज्य में चली आ रही राजनीतिक अनिश्चितता को खत्म करने के प्रयास के तहत राज्यपाल ने महबूबा को मुलाकात के लिए बुलाया था. मुफ्ती का बीते सात जनवरी को निधन हो गया था.
सरकार गठन को लेकर उन्होंने राज्यपाल से क्या कहा, इस बारे में पूछे जाने पर महबूबा ने कुछ स्पष्ट नहीं किया. पीडीपी प्रमुख ने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर अलग राज्य है, वहां चुनौतियां अलग हैं. जम्मू-कश्मीर में कई ऐसी ताकतें हैं जिनका मुकाबला करने की जरुरत है. हमारे के लिये यह जरुरी है कि केंद्र पूरी तरह हमारे साथ हो.’ जब उनसे बार बार यह सवाल किया गया कि वह केंद्र से क्या चाहती हैं तो उन्होंने कहा कि विश्वास बहाली के लिए कदम उठाने की जरुरत है.