मुंबई : प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री छगन भुजबल के भतीजे समीर भुजबल को बीती रात गिरफ्तार किया है. समीर को पीएमएलए यानी मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है. आपको बता दें कि मामले में छगन भुजबल और उनका बेटा पंकज भुजबल भी आरोपी है. समीर भुजबल की गिरफ्तारी के बाद इन दोनों नेताओं पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक गयी है.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आजराकांपा नेता छगन भुजबल के भतीजे और पूर्व सांसद समीर भुजबल को मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में मुंबई में गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले एजेंसी ने भुजबल और अन्य लोगों के खिलाफ अपनी जांच के तहत कई स्थानों पर तलाशी ली. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एजेंसी के बेलार्ड तियार स्थित कार्यालय में पीएमएलए के प्रावधानों के तहत छह घंटे की पूछताछ के बाद समीर भुजबल को गिरफ्तार किया गया. उन्हें आज अदालत में पेश किया जायेगा. उन्होंने दावा किया कि वह जांचकर्ताओं के साथ सहयोग नहीं कर रहे थे इसलिए हिरासत में लेकर पूछताछ आवश्यक हो गयी थी.
इससे पहले ईडी अधिकारियों ने महाराष्ट्र के पूर्व लोक निर्माण मंत्री छगन भुजबल, बेटे पंकज, पूर्व सांसद और भतीजे समीर तथा कुछ अन्य की संपत्तियों और कार्यालयों सहित नौ परिसरों पर छापेमारी की. एजेंसी की मुंबई जोनल इकाई के 20 अधिकारियों के एक दल ने अभियान चलाया. इसी बीच, राकांपा ने छापेमारी को ‘‘राजनीतिक बदला” करार दिया. राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा, ‘‘यह बदले की राजनीति है. यह भाजपा की मदद के लिए किया गया जिसके सांसद किरीट सोमैया ने पहले बयान दिया और फिर दो दिन बाद :ईडी द्वारा: कार्रवाई की गयी.” उन्होंने कहा, ‘‘इससे साबित होता है कि भाजपा योजना बनाती है और एजेंसियां उसे पूरा करती हैं. हमारी पार्टी को न्यायपालिका में पूरा भरोसा है.”
आपको बता दें कि ईडी की कार्रवाई से कुछ दिन पहले बंबई उच्च न्यायालय ने 28 जनवरी को भुजबल तथा उनके परिजन के खिलाफ जांच पर महाराष्ट्र भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और ईडी से चार हफ्तों में प्रगति रिपोर्ट मांगी थी. एजेंसी ने दिल्ली स्थित महाराष्ट्र सदन निर्माण घोटाले तथा कलीना भूमि हडपने के मामले की जांच के लिए धन शोधन रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत भुजबल तथा अन्य के खिलाफ दो प्राथमिकी दायर की थी.